हर महीने में एक पूर्णिमा होती है, लेकिन इसे दो दिन मनाया जाता है. एक व्रत के दिन की पूर्णिमा मानी जाती है और दूसरी दान पुण्य की मानी जाती है. वैसे ही 27 जून को वट सावित्री पूर्णिमा व्रत है और 28 जून की पूर्णिमा पर बेहतर योग बन रहे हैं जिसे हम बताने जा रहे हैं. ये योग आपकी कुंडली दोष को मिटा सकते हैं और आपकी समस्या के समाधान भी मिल सकते हैं. तो जानिए क्या हैं वो योग. दरअसल, 28 जून को ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा है और गुरुवार भी है जिसे गुरु पूर्णिमा का योग कहा जा रहा है. इस समय में अगर आप कुछ खास उपाय करेंगे तो आपकी सभी परेशानी खत्म हो जाएँगी. इसके लिए आपको माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करना होगा. ये हैं वो उपाय - * इस दिन आप पीपल के पेड़ में जल चढ़ाएं जिससे कुंडली के अशुभ ग्रह शांत होते हैं. * वैवाहिक जीवन की आयु दीर्घ और सुखमय चाहते हैं तो पूर्णिमा की रात को चंद्र को जल अर्पति करें. * धन समस्या दूर करने के लिए पूर्णिमा की रात को चंडी के लौटे में दूध और चावल डालकर चन्द्रमा को चढ़ा दें और मन में 'ऊं सोमाय नम: ' जप भी करें. * इसी रात को आप भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को दक्षिणवर्ती शंख से जल अर्पित करें. * पूर्णिमा की रात को घर पर श्रीयंत्र, कुबेर यंत्र और दक्षिणवर्ती शंख लेकर आएं और उसकी रोज़ पूजा करें इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होगी और धन की समस्या से छुटकारा मिलेगा. 27 जुलाई को होगा सबसे लम्बा खग्रास चंद्रग्रहण जानिए मेहँदी लगाने के महत्व जानिए कब शुरू हो रहा श्रावण मास, कितने होंगे सोमवार