भोपालः मध्य प्रदेश में कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बार फिर राज्य की कमलनाथ सरकार को संकेतों में चुनौती दी है। सिंधिंया बीते कई दिनों से अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। सिंधिया मध्य प्रदेश के श्योपुर के जमातखाना में मुस्लिम समाज के विभिन्न संगठनों से संवाद कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान कहा कि सरकार किसी की भी हो सांप्रदायिक सद्भाव बचाए रखना मेरी जिम्मेदारी है और मैं इस जिम्मेदारी को भली-भांति निभाने में सक्षम हूं। सरकार बात नहीं सुनेगी तो मैं आपकी आवाज बनूंगा। दरअसल शहर काजी अतीक उल्लाह कुरैशी की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सिंधिया से शिकायत की गई थी कु पूर्व की बीजेपी सरकार की तरह मौजूदा सरकार भी उनके साथ भेदभाव कर रही है। इस पर सिंधिया ने कहा कि मुझे इसकी कोई परवाह नहीं है कि सरकार किसकी है, लेकिन अभिव्यक्ति के अधिकार को नहीं छीना जाना चाहिए, मैं इस बात का पक्षधर हूं। अगर मेरी सरकार भी आपकी बात नहीं सुनेगी तो मैं आपकी आवाज बनूंगा। कांग्रेस नेता ने बीते दिनों भिंड में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की संगोष्ठी में प्रदेश सरकार के कामकाज को लेकर तीखे तेवर दिखाए और सरकार पर करारा प्रहार किया। उन्‍होंने कहा कि किसानों के सिर्फ 50 हजार रुपये तक के कर्ज माफ हुए हैं, जबकि हमने दो लाख तक का कर्ज माफ करने की बात कही थी। किसानों के दो लाख रुपये तक के कर्ज माफ होने चाहिए। दरअसल सिंधिया राज्य में इन दिनों अपनी ऩई भूमिका तलाशऩे में जूटे हैं। विधानसभा चुनाव के बाद हालिया लोकसभा चुनाव में भी सिंधिया को चुनावी हार के रूप में बड़ा झटका लगा है। पीएम मोदी की चुनावी रैली में प्लास्टिक बॉटल्स को नो एंट्री, मटकों में रखा जाएगा पेयजल बंगाल चुनावः इस प्रक्रिया के जरिए संभावित उम्मीदवार का चुनाव करेगी बीजेपी पूर्व पीएम ने पीएम मोदी की समुद्र तट पर सफाई करते हुए वीडियो पर कही यह बात