भोपाल: मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर हुए उपचुनावों में चुनावी मैदान में उतरे प्रदेश के 12 मंत्रियों में से तीन मंत्री चुनाव हार चुके हैं और 9 मंत्री चुनाव जीत चुके हैं। जी दरअसल सभी मंत्री मार्च में कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता और विधायक पद से त्यागपत्र देकर बीजेपी में शामिल हुए थे। इन सभी में अधिकांश बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक हैं जो उन्ही के साथ आए थे। अब जीतने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि, 'वह हमेशा से जमीनी कार्यकर्ता रहे हैं और वह किसी पद की उम्मीद नहीं करते हैं।' इसके अलावा उन्होंने यह भी पूछा कि, 'जय श्रीराम का नारा लगाने में गलत क्या है। शुरुआत में किसी भी पार्टी में तालमेल बनाने में थोड़ी मुश्किल जरूर होती है। मैं हमेशा से जमीनी कार्यकर्ता रहा हूं। यही मेरी भूमिका है और रहेगी। मैं कभी कुर्सी के पीछे नहीं भागता जैसा कि कांग्रेस में कई नेता भागते हैं। मैं उनका नाम नहीं लेना चाहता।'' इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि, ''प्रधानमंत्री सिर्फ भारत के प्रधानमंत्री नहीं हैं, वह 130 करोड़ भारतीयों के प्रधानमंत्री हैं। जय श्रीराम का नारा लगाने में गलत क्या है। अगर आप धर्मनिरपेक्ष हैं तो क्या आप जय श्रीराम नहीं बोल सकते। जहां तक टुकड़े-टुकड़े गैंग का सवाल है, ये सच है। जो भी भारत की एकता को चुनौती देगा, उसकी निंदा होनी चाहिए। अगर हमारे देश की एकता को भंग किया जा रहा है, तो वो व्यक्ति कड़ी से कड़ी सजा का हकदार है।'' वहीँ आगे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से बीजेपी में जाने के बारे में बात की और कहा, 'ये शायद पहली बार हुआ होगा कि किसी राज्य में किसी पार्टी की 15 साल बाद बनी सरकार ने 22 विधायकों, जिनमें से 6 मंत्री थे, का विश्वास खो दिया हो। वो कमलनाथ सरकार थी।' बिहार चुनाव नतीजे: PM मोदी ने किया बिहार की जनता का शुक्रिया, अमित शाह ने साधा विपक्ष पर निशाना आज है एकादशी तिथि, जानिए राहुकाल और शुभ मुहूर्त बिहार चुनाव नतीजे: बिहार ने फिर नीतीश के सिर सजाया ताज, महागठबंधन ने दी थी कड़ी टक्कर