नई दिल्ली: ज्योतिरादित्य सिंधिया आज दोपहर साढ़े 12 बजे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम सकते हैं। बताया गया है कि पिछले कुछ महीनों से कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को नज़रअंदाज़ कर दिया था, जिसके चलते वह पार्टी से बेहद खफा चल रहे थे। जिसके बाद उन्होंने मंगलवार को कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उनसे साथ कांग्रेस के 22 विधायकों ने भी त्यागपत्र दे दिया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद मध्य प्रदेश में सियासी संकट गहरा गया है। कमलनाथ सरकार अल्पमत में नज़र आ रही है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री आवास पर मंगलवार को कांग्रेस विधायकों की मीटिंग बुलाई गई थी। इस बैठक में सिर्फ 88 विधायक पहुंचे थे और 26 विधायक कुछ पता नहीं चला। इन 26 विधायकों में से 22 विधायकों ने पहले ही अपने पदों से इस्तीफा दे दिया था। आपको बता दें कि मध्यप्रदेश विधानसभा में 230 सीटें हैं, जिनमें से फिलहाल दो खाली हैं। इस तरह वर्तमान में प्रदेश में कुल 228 MLA हैं, जिनमें से 114 कांग्रेस, 107 भाजपा, चार निर्दलीय, दो बहुजन समाज पार्टी (बसपा) एवं एक समाजवादी पार्टी (सपा) का विधायक शामिल हैं। कमलनाथ के नेतृत्व वाली मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार को इन चारों निर्दलीय विधायकों के साथ-साथ बसपा और सपा का समर्थन हासिल है। मध्य प्रदेश और ज्योतिरादित्य के इस्तीफे पर राहुल गाँधी ने तोड़ी चुप्पी, कही ये बात सिंधिया पर हमलावर हुई कांग्रेस, खोले इतिहास के पन्ने CAA : हिंसा फैलाने वाले उपद्रवियों को नहीं छोड़ेगी योगी सरकार, HC के फैसले के बाद बनाया नया प्लान