मंदसौर : किसान आंदोलन के बाद आज पहली बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंदसौर पहुंचे. उन्होंने यहाँ मंदसौर में हुई हिंसा के दौरान पुलिस फायरिंग में मारे गए किसानों के परिवार से मुलाकात की. इस दौरान पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री के सामने कुछ मांगे भी रखी. उन्होंने मुख्यमंत्री से किसान के 5 वर्षीय बेटे और 2 महीने की बेटी की पढ़ाई का खर्च उठाने, किसानों की पिटाई करने वाले पुलिसवालों पर आपराधिक केस दर्ज करने और जेल में बंद किसानों को रिहा करने की मांग की है. इससे पहले कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मंदसौर गए थे, लेकिन उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. सिंधिया को रतलाम जिले के ढोढर इलाके से हिरासत में लिया गया था, वह किसानों से मिलने मंदसौर जा रहे थे. मंदसौर जाने से पहले सिंधिया ने कहा कि हम लोग उन्हें बेनकाब करने आए हैं. रक्षक जब भक्षक बन जाए और फिर उपवास पर बैठ जाए तो ये उपवास नहीं उपहास होता है. सिंधिया आज बुधवार को भोपाल पहुंचेंगे.जहां पर 72 घंटे के लिए सत्याग्रह करेंगे. गौरतलब है कि पिछले दिनों मंदसौर में किसान आंदोलन के दौरान फायरिंग में 5 किसानों की मौत हो गई थी, जिसके बाद माहौल काफी गरमा गया था और आंदोलन ने हिंसा रुप ले लिया था. इसके बाद विरोध को शांत करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को उपवास भी करना पड़ा था. शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि हिंसा के लिए किसान जिम्मेदार नहीं हैं. उन्होंने ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस की साजिश से आंदोलन हिंसक हुआ है. उन्होंने करीब 27 घंटे के बाद अपना उपवास तोड़ा था. PM मोदी बेच दें कोट तो हो जाएगा किसानों का कर्जा माफ, जानिए कैसे ? शिवराज की घोषणा- समर्थन मूल्य से कम पर नहीं खरीदेंगे फसल, किसान पुत्र को मिलेगा 2 करोड़ तक का लोन