हिंदू धर्म और भारतीय संस्कृति के जो प्रमुख त्यौहार है, उनमें नागपंचमी का त्यौहार भी विशेष रूप से शामिल है। नागपंचमी एक ऐसा त्यौहार है जिसे हर क्षेत्र के लोग मनाते हैं। नाग देवता को समर्पित यह त्यौहार सावन माह की शुक्ल की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। नाग देवता को पंचमी तिथि का स्वामी भी माना जाता है और इससे नाग पंचमी के त्यौहार का महत्त्व और भी बढ़ जाता है। नाग देवता से जहां कई लोग भयभीत रहते हैं, तो वहीं कई लोग नाग देवता को अपना मित्र मानते हैं और उन्हें उनका आदर-सत्कार करने के साथ ही नागपंचमी के दिन उनका विशेष पूजन करते हैं। नागपंचमी कई मायनों में ख़ास होती है। इस दिन ऐसे व्यक्ति जिन पर काल सर्प दोष का साया रहता है, यदि वे विधिवत रूप से नाग देवता का पूजन करते हैं, तो इस दोष से उन्हें छुटकारा मिलता है। इस तरह की मान्यता है कि काल सर्प दोष उस व्यक्ति की कुंडली में होता है, जब वह व्यक्ति पिछले जन्म में किसी भी प्रकार से सांपों को हानि पहुंचता है। ज्योतिष शास्त्र की दृष्टि से यह सबसे अशुभ योग में से एक है। जिस व्यक्ति के ऊपर यह दोष रहता है, वह जीवन में कई परेशानियों से गुजरता है। इस तरह पाए काल सर्प दोष से छुटकारा काल सर्प दोष से यदि आप छुटकारा पाना चाहते हैं तो आपको सदा नाग देवता का उचित सम्मना करना चाहिए। उन्हें किसी भी प्रकार से हानि न पहुंचाए। नाग पंचमी का विशेष दिन इस समस्या से आपको मुक्ति दिलाने में कारगर साबित हो सकता है। मान्यता है कि नागपंचमी की पूजा से काल सर्प दोष दूर हो जाता है। नागपंचमी के दिन आप सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से स्वच्छ हो जाए। अब शिव जी के मन्त्रों का निरंतर जाप करते रहे। साथ ही ध्यान रहें कि आपको इस दिन अष्टनाग अनन्त, वासुकि, पद्म, महापद्म, तक्षक, कुलीर, कर्कट और शंख का पूजन करना है। इन सभी का विधिवत पूजन करने से आप धीरे-धीरे इस समस्या से मुक्ति पाने लगेंगे। नाग पंचमी 2020 : इस मुहूर्त में करें नाग देवता का पूजन नाग पंचमी 2020 : पूजा के बाद क्या होता हैं साँपों का हाल ? जल्लाद बन जाते हैं सपेरे नाग पंचमी 2020 : 100 फ़ीट नीचे पानी में दर्शन देते हैं भगवान शिव, जानिए मंदिर का इतिहास