नई दिल्ली: अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद एयरपोर्ट के बाहर अराजक और हिंसक माहौल नजर आ रहा है। यहाँ लोग सुरक्षित जगहों पर पहुंचने के लिए संघर्ष करने में व्यस्त हैं। जी दरअसल यहाँ के कई लोग देश छोड़कर बाहर जाने की कोशिश में लगे हुए हैं। ऐसे में भारत ने बीते शुक्रवार को कहा, 'अफगानिस्तान के लोगों के साथ ऐतिहासिक जुड़ाव को देखते हुए वहां के नागरिक समाज के लोगों, विचारकों, महिला कार्यकर्ताओं, विद्यार्थियों और गैर सरकारी संगठन के कार्यकर्ताओं को वीजा देने में प्राथमिकता देगा।' Ahmadullah Waseq, a Taliban spokesman has denied this report to a member of the Afghan media that reported on this story. More details are awaited. pic.twitter.com/hPq0i9evLK — ANI (@ANI) August 21, 2021 इसी के साथ यह भी कहा जा रहा है कि काबुल में फंसे भारतीयों को जल्द से जल्द वापस लाने के लिए सभी योजनाओं पर काम चल रहा है। आप सभी को बता दें कि इस समय मानवीय संकट की आशंका को देखते हुए ब्रिटेन, कनाडा जैसे कई देशों ने अफगान शरणार्थियों के लिए पुनर्वास योजनाओं की पहले ही घोषणा कर रखी है वहीँ अब भी कई अन्य देश हैं जो उन्हें अस्थायी शरण देने पर सहमत हुए हैं। इन सभी के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी अफगानिस्तान में फंसे अमेरिकी नागरिकों से उन्हें घर पहुंचाने का वादा किया है। बीते शुक्रवार को उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अफगानिस्तान में फंसे अमेरिकियों से कहा, 'हम आपको घर पहुंचाएंगे।' वहीँ अफगानिस्तान के कई मीडिया हाउस की रिपोर्ट्स हैं कि काबुल से निकलने के लिए इंतजार कर रहे लोगों का तालिबान ने अपहरण कर लिया है। इस लिस्ट में भारतीय नागरिक भी शामिल हैं। वहीँ अब तक इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। अभी अधिक जानकारी का इंतजार किया जा रहा है। एक मशहूर वेबसाइट के अनुसार तालिबान का सहसंस्थापक मुल्ला बरादर सरकार गठन के लिए बातचीत को लेकर काबुल में मौजूद है और अमेरिका के साथ शांति वार्ता में मुल्ला बरादर की अहम भूमिका मानी जाती है। महाराष्ट्र: मूसलाधार बारिश से भीगा मुंबई, इन जिलों में जारी हुआ ऑरेंज अलर्ट काबुल पहुंचा तालिबान का सह-संस्थापक मुल्ला अब्दुल गनी बरादर करण मेहरा ने कहा झूठ! निशा रावल बोलीं- 'मुझे एलुमनी नहीं चाहिए लेकिन।।'