झाबुआ : जिले के सुप्रसिद्ध कड़कनाथ मुर्गे को टीम इंडिया व विराट कोहली की डाइट में शामिल करने के मामले में दरअसल कड़कनाथ को जिले से बाहर भेजने के पुराने अनुभव काफी अच्छे नहीं रहे हैं। कड़कनाथ की कमी के चलते एप बनाने के बाद इस पर जो ऑर्डर आ रहे हैं, वही पूरे नहीं हो पा रहे हैं। उत्पादन तो पर्याप्त मात्रा में हो रहा है लेकिन कड़कनाथ मुर्गे को दूर तक भेजने की व्यवस्था नहीं बन पा रही है। प्रो रेसलिंग लीग : चौथे सीजन में इन खिलाडियों के बदले भाग्य परिवहन की आएगी समस्या सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कड़कनाथ को बढ़ाने के लिए काफी कोशिशें हुईं और इनका असर भी हुआ। इस प्रजाति के मुर्गे को पहचान मिली, झाबुआ के नाम से यह जाना जाने लगा लेकिन आपूर्ति की बेहतर व्यवस्था का इंतजार है। समस्या लंबी दूरी के लिए परिवहन की आ रही है। जिन उत्पादकों को एप से जोड़ा गया, उन्हें रोज देशभर से दर्जनों ऑर्डर मिलते हैं लेकिन उन्हें इंकार करना पड़ता है। ऑस्ट्रेलिया ओपन से पहले मारिया शारापोवा हुई चोटिल प्राप्त जानकारी अनुसार सुझाव देने वाले कृषि विज्ञान केंद्र के अधिकारी इसके लिए रास्ता खोज रहे हैं। अधिकारीयों की माने तो अगर टीम इंडिया चाहेगी तो उनके द्वारा तय स्थान पर चूजे भेजकर इसकी आपूर्ति की जा सकती है। इसके अलावा तय जगह पर भेजने के लिए दूसरे विकल्प भी तलाशे जा सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया के इस तेज गेंदबाज ने पुजारा को कहा 'रन मशीन' ब्रिस्बेन इंटरनेशनल : सेमीफाइनल में पहुंची ओसाका पहली पारी में शतक लगाने के साथ पंत ने रचा ऐसा इतिहास