नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन बदस्तूर जारी है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सरहदों पर किसान पिछले 38 दिनों से डटे हुए हैं। वहीं, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि जिस सकारात्मक सोच के साथ पिछली वार्ता हुई है, तो मुझे उम्मीद है कि 4 जनवरी को होने वाली बैठक में हल निकलेगा और यह आंदोलन भी समाप्त हो जाएगा। बता दें कि इससे पहले किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के सुखविंदर सिंह सभरा ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा था कि "तीन कृषि कानून रद्द होने चाहिए, यदि 4 जनवरी को इसका कोई समाधान नहीं निकलता तो आने वाले दिनों में संघर्ष तेज होगा। बता दें कि, दिल्ली के सर्द मौसम में भी किसान पिछले 38 दिनों से खुले आसमान के नीचे बैठकर प्रदर्शन कर रहे हैं। आपको बता दें कि किसानों के प्रदर्शन की वजह से चिल्ला और गाजीपुर बॉर्डर को पहले से ही बंद किया जा चुका है। इधर, सिंघु बॉर्डर पर 80 किसान संगठनों की मीटिंग शुरू हो गई है। इससे पहले किसान और सरकार के बीच सातवें दौर की वार्ता में दो मुद्दों पर सहमति बन गई थी। चार जनवरी को आठवें दौर की बैठक निर्धारित की गई है। इस बैठक से पहले किसान आगे की रणनीति बनाएंगे। सूडान पीएम ने नागरिकों की सुरक्षा के लिए की राष्ट्रीय तंत्र की घोषणा ग्राहकों को धन निकासी में दिक्कत ना हो, इसलिए PMC बैंक को दी गई मंजूरी - RBI रणबीर-आलिया संग एन्जॉय कर रहे रणवीर-दीपिका, वायरल हुई तस्वीर