भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को कजरी तीज मनाई जाती है। आपको बता दें कि राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार में तीज का त्योहार काफी धूमधाम से मनाया जाता है। जी दरअसल सावन और भाद्रपद में तीन तरह की तीज आती हैं। अब अगर बात करें कजरी तीज की तो यह रक्षा बंधन के तीन दिन बाद और कृष्ण जन्माष्टमी के पांच दिन पहले मनाई जाती है। आपको बता दें कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। जी दरअसल कजरी तीज का व्रत सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए रखती हैं। इसके अलावा इस दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं और पूरे दिन निर्जल व्रत रखती हैं। वैसे कजरी तीज का व्रत कुंवारी लड़कियां भी रख सकती हैं। अब हम आपको बताते हैं शुभ मुहूर्त, योग और पूजन सामग्री। कजरी तीज शुभ मुहूर्त- कजरी तीज रविवार, अगस्त 14, 2022 को तृतीया तिथि प्रारम्भ - अगस्त 14, 2022 को सुबह 12 बजकर 53 मिनट से शुरू तृतीया तिथि समाप्त - अगस्त 14, 2022 को रात 10 बजकर 35 मिनट पर खत्म कजरी तीज शुभ योग- अभिजित मुहूर्त- दोपहर 12 बजकर 08 मिनट से 12 बजकर 59 मिनट तक सर्वार्थ सिद्धि योग- रात 09 बजकर 56 मिनट से अगस्त 15 सुबह 06 बजकर 09 मिनट तक विजय मुहूर्त- शाम 02 बजकर 41 मिनट से शाम 03 बजकर 33 मिनट तक कजरी तीज पूजन सामग्री- कजरी तीज की पूजन सामग्री में पीला वस्त्र, कच्चा सूता, नए वस्त्र, केला के पत्ते, बेलपत्र, भांग, धतूरा, शमी के पत्ते, जनेऊ, जटा नारियल, सुपारी, कलश, अक्षत या चावल, दूर्वा घास, घी, कपूर, अबीर-गुलाल, श्रीफल, चंदन, गाय का दूध, गंगाजल,पंचामृत, दही, मिश्री, शहद रखें। 200 साल बाद रक्षाबंधन पर बन रहा दुर्लभ संयोग, इस समय बांधें राखी घर की बालकनी में रखें ये सामान बदल सकते हैं आपकी किस्मत रक्षाबंधन के दिन थाली में जरूर होनी चाहिए ये सामग्री