जयपुर: राजस्थान के जयपुर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है यहाँ 43 दिन के नवजात के क़त्ल के मामले में पुलिस ने उसकी मां को गिरफ्तार किया है। कलयुगी मां ने ही अपने दुधमुंहे बच्चे का ब्लेड से गला काटकर क़त्ल कर दिया था। फिर पुलिस को कई दिन तक गुमराह भी करती रही। किन्तु अंतत: उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। महिला ने जब क़त्ल की वजह बताई तो पुलिस वाले भी दंग रग गए। महिला ने बताया कि उसका बेटा दिन भर रोता रहता था। इस बात से वो परेशान थी। इसलिए उसने बेटे को मौत के घाट उतार दिया। अपराधी अंजुम अब पुलिस की हिरासत में है। हालांकि, ये भी बोल रही है कि उसे अपने किए पर पछतावा है। मगर इस बात का अब कोई फायदा नहीं। क्योंकि उसी के गुस्से की वजह से एक मासूम ने अपनी जान गंवा दी। घटना जयपुर के रामगंज थाना इलाके की है। यहां रहने वाली अंजुम के घर से आस-पास के लोगों को चीख-पुकार की आवाजें आईं। पड़ोस के लोग और कुछ परिवार वाले उसके पास पहुंचे तो देखा कि अंजुम की गोद में उसका नवजात बेटा है। वो भी खून से सना हुआ। बच्चे की गर्दन कटी हुई थी। धून की धार उससे बह रही थी। अंजुम चीख-चीखकर बोलने लगी कि उसके बेटे को किसी ने मार डाला। लोग तुरंत बच्चे को लेकर चिकित्सालय पहुंचे। अंजुम के दो बेटे और भी हैं। एक 12 वर्षीय और एक 15 वर्षीय। वो उन्हें लेकर चिकित्सालय पहुंची। घायल बेटे के साथ बैठी रही। उसके लिए रोती रही। तभी परिवार के किसी व्यक्ति ने पुलिस को इसकी खबर दी कि उसके भतीजे पर किसी ने जानलेवा हमला किया है। पुलिस ने तुरंत तहकीकात आरम्भ की। अंजुम से पूछताछ की गई तो पुलिस को उसके बयानों पर शक हुआ। पहले तो वो कुछ दिन तक पुलिस को गुमराह करती रही। मगर पुलिस को उसकी बातों पर शक हो रहा था। इसलिए इस केस की तहकीकात के लिए चार टीमों का गठन किया गया। तहकीकात के चलते पूरा वक़्त अंजुम घायल बेटे के साथ ही चिकित्सालय में रही। मगर कुछ दिन पश्चात् ही बच्चे की मौत हो गई। उधर, पुलिस को कई बातों को लेकर अंजुम पर और गहरा शक हुआ तो उन्होंने उससे सख्ती से पूछताछ की। तत्पश्चात, वो टूट गई और अपना गुनाह कबूल कर लिया। अंजुम ने बताया कि डिलीवरी के पश्चात् से वह उसका बेटा काफी रोता रहता था। इससे उसकी नींद खराब होती थी। 2 मार्च के दिन भी बच्चा इसी प्रकार रो रहा था। जिसके चलते उसने गुस्से में नवजात को मार डाला। रामगंज के SHO उदय सिंह ने बताया कि फिलहाल, अंजुम पुलिस की हिरासत में है। उसके विरुद्ध कार्रवाई जारी है। चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति पर रोक लगाने से सुप्रीम कोर्ट का साफ़ इंकार, जानिए क्या बोली अदालत ? आ गए चुनाव ! आज मुफ्त के चुनावी वादों पर रोक लगाने की मांग पर सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट गाज़ा के शिफा अस्पताल में IDF का हमला, इजराइल बोला- 90 आतंकियों को मार गिराया, 300 को अरेस्ट किया