साउथ सिनेमा हो या फिर बॉलीवुड सिनेमा हर जगह नाम कमाने वाले कमल हासन को अक्सर विवादों में देखा जाता है। वह अक्सर ऐसे-ऐसे बयान दे देते हैं जिसके चलते वह सुर्ख़ियों में रहते हैं। अब हाल ही में उन्होंने कहा- ‘राजराजा चोलन के समय में हिंदू धर्म की अवधारणा ही नहीं थी। उस दौरान बस वैणवम, शिवम और समानम नामक धर्म थे। हिंदू शब्द तो अंग्रेजों द्वारा गढ़ा गया था। उन्होंने थुथुकुडी को तूतीकोरिन में बदल दिया। इतना ही नहीं कमल हासन ने यह तक कह डाला कि इतिहास पर आधारित ‘पोन्नियिन सेल्वन-1′ का जश्न मनाने का क्षण है। तिहास को बढ़ा-चढ़ाकर पेश न करें और न ही इसमें भाषा के मुद्दे को शामिल करें।’ जी दरअसल यह बयान उन्होंने राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता तमिल निर्देशक वेत्रिमारन के सपोर्ट में दिया है। बीते दिनों तमिल निर्देशक वेत्रिमारन ने कहा था कि 'हमारे प्रतीक लगातार हमसे छीने जा रहे हैं। वल्लुवर का भगवाकरण हो रहा है। राजराजा चोलन को लगातार हिंदू राजा कहा जा रहा है।' आपको बता दें कि हिंदुस्तान के महान चोल साम्राज्य पर आधारित एक फिल्म हाल ही में रिलीज हुई है। जिसका नाम है, PS:1 यानी ‘पोन्नियन सेल्वन। यह फिल्म 30 सितंबर को रिलीज की जा चुकी है। जी हाँ और इसी फिल्म में चोल वंश के एक महान शासक राजाराज चोल की चर्चा की गई है। राजाराज भारत के महान राजाओं में से एक थे और अब फिल्म रिलीज होने के बाद से राजाराज चोल के धर्म पर बहस छिड़ गई है। बीते दिनों निर्देशक वेत्रिमारन के बयान पर भाजपा नेता एच राजा भड़क गए थे और उन्होंने कहा था, 'मैं वेत्रिमारन की तरह इतिहास से अच्छी तरह वाकिफ नहीं हूं, लेकिन उन्हें राजराजा चोलन द्वारा निर्मित दो चर्चों और मस्जिदों की ओर इशारा करना चाहिए। इतना ही नहीं उन्होंने खुद को शिवपाद सेकरन भी कहा था। फिर वह तब हिंदू कैसे नहीं हुए?' हालाँकि उनके खिलाफ बोलते हुए कमल हासन ने अपना पक्ष रखा है। ज्ञानवापी 'शिवलिंग' की कार्बन डेटिंग पर फैसला टला, अब 11 अक्टूबर को आएगा आदेश खेसारी लाल यादव के गुस्से का शिकार हुई फिल्म इंडस्ट्री, एक्टर ने कह डाली ये बात रावण दहन पर हुआ अश्लील डांस, कांग्रेस नेताओं को पैसे उड़ाते देख बोली BJP- 'ये कौन सा गांधीवाद'