दक्षिण में चल रही राजनीतिक उथल पुथल के बिच अभिनेता कमल हसन और रजनीकांत की मुलाकात हुई बाद में दोनों शाम को डीएमके के अध्यक्ष एम करुणानिधि से मिलने पहुंचे. तीनो के बिच क्या बातचीत हुई इसका तो पता नहीं चल सका पर इस मुलाकात ने सियासी सरगर्मियों को तेज जरूर कर दिया है. दरअसल इससे पहले कमल हसन और रजनीकांत की चेन्नई में हुई मुलाकात के बाद से ही चर्चा हो रही थी कि यह दोनों किसी और से या आपसे में एक साथ होंगे की नहीं. इसी बीच करूणानिधि से हुई इस मुलाकात ने माहौल को और तेज कर दिया है. हालांकि, कमल हासन ने इस मुलाकात को औपचारिक मुलाकात का नाम देते हुए कहा, 'यह राजनीतिक बैठक नहीं बल्कि एक शिष्टाचार भेंट थी, मैं अपने राजनीतिक दौरे के बारे में उन्हें बताने गया था और उन्होंने मुझे शुभकामनाएं दीं.' कमल हसन और रजनीकांत के गठबंधन पर कमल हसन ने कहा, 'यह समय बताए कि हम हाथ मिलाएंगे या नहीं. यह अवसर भविष्य में राष्ट्रीय नेताओं से मुलाकात के बाद आ सकता है.' वही रजनीकांत ने मीडिया को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि कमल तमिलनाडु के लोगों की सेवा करना चाहता है. मैं भगवान से प्रार्थना करूंगा कि वह अपने काम में सफलता हासिल करे. कमल हासन के साथ राजनीतिक गठबंधन के सवाल पर रजनीकांत ने कहा, उनकी शैली अलग है और मेरी शैली अलग. यहां तक कि कमल की फिल्मों में भी मुझसे अलग शैली है. रजनीकांत ने यह भी कहा कि कमल हासन ने प्रसिद्धि या पैसे के लिए राजनीति में प्रवेश नहीं किया है, उसका राजनीति में आना राज्य के लोगों की सेवा के लिए है. कमल हसन, रजनी के साथ राजनीति नहीं कर पाएंगे कावेरी जल विवाद: फैसले के बाद सियासी बयानबाजी एक साथ नहीं रही बंगाली सिनेमा की मशहूर अभिनेत्री सुप्रिया देवी