दक्षिण भारत के मशहूर अभिनेता कमल हसन के पिछले दिनों से राजनेता बनने का ऐलान किया है, लिहाजा अब कमल हसन से राजनैतिक सवाल किये जाना लाजमी है ऐसे में रविवार को अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित करते हुए कमल हसन ने तमिलनाडु की राजनीति पर अपनी सोच साँझा की. कमल हसन ने कहा, 'मैं रजनीकांत का मित्र हूं. हमारे इरादे शायद एक जैसे हों, लेकिन मुझे नहीं लगता कि हम दोनों साथ काम कर पाएंगे.' इसी के साथ उस सवाल पर भी विराम लग गया है जिस में पिछले कुछ दिनों से दोनों अभिनेताओं के साथ आने और गठबंधन की राजनीतिकरण के कयास लगाए जा रहे थे. कमल हसन ने कहा 'मुझे उम्मीद है कि उनकी राजनीति का रंग भगवा नहीं है. मेरी राजनीति का रंग भगवा नहीं है. धर्म को लेकर भी हमारे विचार अलग हैं.' कमल हसन ने आगे कहा, 'मेरी राजनीति का रंग काला है. मैं सभी रंगों को इकट्ठा करना चाहता हूं.' बीफ पर किये गए सवाल पर कमल हसन ने कहा, 'सरकार नागरिकों को खाने के लिए पर्याप्त नहीं दे पा रही है और वो हमें ये बताना चाहती है कि हम क्या खाएं और क्या नहीं खाएं. वहीं, लव जिहाद के मुद्दे पर हसन ने कहा, 'प्यार दुनिया भर में विजयी होगा.' कमल हसन ने कहा, 'मैं तमिलनाडु के हर जिले से एक गांव को गोद लूंगा. मैं इन गांव को सेंटर फॉर एक्सिलेंस के तौर पर बनाना चाहता हूं. कमल हसन ने आगे कहा, जब मतदाता वोट देने के लिए पैसे लेता है उसी वक्त वो नेताओं को ये अध‍िकार दे देता है कि चुने जाने के बाद वो पैसे बनाएं.' कमल हसन और रजनीकांत के राजनीती में आते ही दक्षिण भारत की सियासत में पैच उलझते नज़र आ रहे है, ऐसे में मौजूदा पार्टिया दोनों अभिनेताओ को अपने अपने दल में शामिल होनी का न्योता दे चुकी है. कमल हसन की सियासी पारी का आगाज 21 फरवरी से रजनीकांत और हासन के साथ आने पर कर्नाटक राजनीति में हलचल कमल हासन की राजनीतिक पारी जनवरी से मणिशंकर अय्यर ने अब क्या कह दिया ?