भोपाल: कमल नाथ सरकार ने प्रदेश के पर्यटन स्थलों का राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रचार-प्रसार करने के लिए सुनियोजित कार्ययोजना बनाने और पर्यटन को प्रोत्साहित करने वाली एजेंसियों को भी इसमें सम्मलित करने को कहा है. संचालक मंडल की बैठक में पर्यटन स्थलों को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने के लिए एक कार्ययोजना स्वीकृत की गई जिससे करीबन पचास हजार बालिकाओं और महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है. वही मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आज मंत्रालय में मध्यप्रदेश पर्यटन संचालक मंडल की बैठक भी हुई थी. बोर्ड की बैठक में प्रदेश के पर्यटन स्थलों को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने के लिए कार्य योजना को स्वीकृति दी गई है. वही इसके अंतर्गत पर्यटन स्थलों को बीस क्ल्सटर में विभाजित कर हर पचास पर्यटन स्थलों को सम्मलित किया जाएगा. महिला पर्यटकों के अनुकूल वातावरण निर्माण, संबंधित जानकारी की सहज उपलब्धता एवं महिलाओं की सुरक्षा एवं सुविधा को ध्यान में रखते हुए अधोसंरचना में सुधार किया जाएगा. पर्यटन स्थल की स्थानीय महिलाओं को एवं बालिकाओं को महिला पर्यटकों की सुरक्षा एवं सहयोग के लिए तैयार जा रहा है. उनके आत्मरक्षा प्रशिक्षण एवं पर्यटन से जुड़ी सुविधाओं के समीप कार्य करने के लिए कौशल उन्नयन रोजगार एवं स्वरोजगार की दृष्टि से प्रशिक्षित किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश पर्यटन के मामले में एक समृद्ध प्रदेश माना जाता है. जो हमारे यहां विविध सांस्कृतिक परिदृश्य, वन, नेशनल पार्क के साथ बड़ी संख्या में हेरिटेज संपत्ति भी उपलब्ध है. वही वर्तमान में जिन राज्यों में पर्यटन समृद्ध है उसका वजह उनकी बेहतर मार्केटिंग होती है जरुरत इस बात की है कि अपने प्रदेश की पर्यटन संपदा के प्रचार-प्रसार के लिए प्रभावी संसाधनों का उपयोग करें. उन्होंने इसके लिए पर्यटन से जुड़ी विभिन्न राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी से एजेंसियों से समन्वय स्थापित कर उनका उपयोग करने का आदेश दिया है. भीषण हादसा: मरीज को कार से ले जा रहे थे अस्पताल, डिवाइडर से टकराकर पलटी और फिर... कोरोना वायरस के चलते बढ़ी मुश्किलें, चीनी नागरिकों पर भारत आने से लगा प्रतिबंध हाईकोर्ट ने दी 18 सप्ताह की गर्भवती नाबालिग को गर्भपात की इजाजत