सिंगरौली आकर कमलनाथ ने MP सरकार पर कसा तंज, कहा- 'शिवराज के 'सिंगापुर' का हाल बेहाल'

भोपाल: मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम एवं प्रदेश कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष कमलनाथ (Kamal Nath) का मंगलवार को सिंगरौली (Singrauli) दौरा था। इस के चलते कमलनाथ ने सिंगरौली में सभा को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राज्य के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सिंगरौली में आकर वादा किया था कि इसको सिंगापुर बनाऊंगा, मगर ऐसा हुआ क्या। उन्होंने कहा कि सिंगरौली सड़क, बिजली, पानी समेत अन्य मूलभूत सुविधाओं से जूझ रहा है। अपार खनिज संसाधनों से संपन्न एवं राज्य प्रदेश को भरपूर राजस्व देने वाला सिंगरौली विकास की दौड़ में पीछे छूट गया है। कमलनाथ ने कहा किपंचायती राज को कमजोर कर दिया गया है। जिले में माइनिंग फंड का जमकर दुरुपयोग किया जा रहा है। छल-कपट कर नोटों से बनी सरकार, आपसे भी नोट वसूल रही है।

उन्होंने कहा कि भारत की ऊर्जा राजधानी सिंगरौली में आकर बहुत प्रसन्नता होती है। मैं यहां की पावन भूमि को प्रणाम करता हूं। सिंगरौली आकर प्रसन्नता तो होती है, मगर साथ-साथ दुख भी होता है, जो जिला अपार खनिज संसाधनों से भरा हुआ है। उस जिले में 20 सालों से भाजपा का MLA होने के बाद भी विकास कोसों दूर है। पीसीसी चीफ ने कहा- "मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने इसी सिंगरौली में आकर कहा था कि मैं सिंगरौली को सिंगापुर बनाऊंगा। यहां आकर देख रहा हूं सडक़, बिजली, पानी आदि के मामले में आप सब को कितना जूझना पड़ रहा है। जितना राजस्व सिंगरौली मध्य प्रदेश को देता है, उस अनुपात में क्या सिंगरौली के विकास के लिए राशि भाजपा की सरकार द्वारा दी गई। सिंगरौली के युवा रोजगार को तरस रहे हैं।" आगे उन्होंने कहा कि आज बड़ा सवाल है कि इतनी अपार संभावनाएं होने के बाद भी सिंगरौली जिले का हमारा नौजवान काम के लिए तरस रहा है तथा पलायन करने को मजबूर है। बेरोजगारी चरम पर है।

कमलनाथ ने कहा कि माताओं तथा बहनों ने कितने प्यार से जिन बच्चों को पाला आज उन्हें अपने ही जिले में अपनी ही भूमि पर उन्हें रोजगार उपलब्ध नहीं हो पा रहा। यदि मध्य प्रदेश इसी तरह भ्रष्टाचार में नंबर वन बना रहेगा, तो आगे चलकर बड़े उद्योग तथा निवेशक क्या सिंगरौली आना पसंद करेंगे। यही वजह है कि मैं हमेशा बोलता हूं कि हमें मध्य प्रदेश की एक नई पहचान बनाने की जरुरत है। जिसके लिए हमनें अपनी सरकार में करने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा कि सिंगरौली में जमीन का अधिग्रहण किया गया, मगर रेल लाइन अब तक नहीं बन पाई। कमलनाथ ने कहा  "दिसंबर 2018 में वोटों से तो कांग्रेस की सरकार बनी थी, मगर छल-कपट एवं नोटों से दोबारा भाजपा की सरकार सत्ता में आई जो सरकार नोटों से बनेगी। वह आगे चलकर आपसे ही नोट लेगी। यही काम यह लोग कर रहे हैं। नोटों के बल पर बनी हुई सरकार जनता की जेब से नोट वसूल करती है। एमपी देश में भाजपा की सरकार ने पंचायती राज पूरी तरह ध्वस्त एवं चौपट कर रखा है। आज सरपंचों एवं उप सरपंचों की कोई कीमत नहीं रह गई ।कार्यकाल में पंचायती राज का शासकीय करण स्वयं के फायदे के लिए किया कमीशन खोरी के लिए किया गया। माइनिंग फंड का बेतहाशा दुरुपयोग किया जा रहा है। माइनिंग फंड भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है।"

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