भोपाल: मध्य प्रदेश कांग्रेस इकाई के प्रमुख कमल नाथ बुधवार (6 दिसंबर) को दिल्ली में INDIA गठबंधन की बैठक में भाग लेंगे और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से भी अलग से मुलाकात करेंगे। सूत्रों ने बताया है कि विधानसभा चुनाव में पार्टी की शर्मनाक हार के बाद वह अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। रविवार को घोषित किए गए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव नतीजों से पता चला कि भाजपा ने राज्य की 230 सीटों में से 163 (दो-तिहाई बहुमत) जीतीं - जो कांग्रेस की 66 सीटों से दोगुनी से भी अधिक है। 20 साल सत्ता (बीच में डेढ़ साल छोड़कर) से बाहर रहने के बाद मिली इस शिकस्त के बाद कमलनाथ ने राहुल गांधी से फोन पर बात की। उन्होंने उन कारकों की समीक्षा करने के लिए कल सभी उम्मीदवारों की एक बैठक बुलाई है, जिनके कारण उस राज्य में पार्टी की हार हुई, जहां उन्हें जीत का भरोसा था। सूत्रों ने कहा कि बुधवार को, कमल नाथ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से अलग से मुलाकात करेंगे और बाद में तय करेंगे कि क्या वह मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख के रूप में बने रहना चाहते हैं या नहीं। सूत्रों का ये भी कहना है कि, कांग्रेस नेतृत्व INDIA ब्लॉक के कई नेताओं के खिलाफ कमलनाथ की टिप्पणियों से भी नाराज है। समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव को कमलनाथ ने कौन अखिलेश-वखिलेश कह दिया था, वहीं JDU सुप्रीमो और बिहार सीएम नीतीश कुमार के साथ भी सीट बंटवारे को लेकर उनकी खींचतान हुई थी। जबकि, समाजवादी पार्टी (सपा) केवल चार से छह सीटें मांग रही थी, JDU के पास मध्य प्रदेश में केवल एक सीट थी, जिस पर कमलनाथ सहमत नहीं थे और उन्होंने भाजपा से मुकाबला करने के लिए गठित विपक्षी दल के INDIA गठबंधन के नेताओं को नाराज कर दिया। सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व कथित तौर पर इस बात से भी नाराज है कि कमलनाथ पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से नहीं मिल रहे हैं, बल्कि सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात कर रहे हैं। MP में कांग्रेस की हार पर दिग्विजय सिंह ने उठाए EVM पर सवाल, बोले- 'चिप वाली किसी भी मशीन को हैक किया जा सकता' 3 राज्यों में मिली हार के बाद एक्शन में कांग्रेस, सोनिया गांधी ने बुलाई अहम बैठक, कसे जाएंगे पेंच क्या था ऑपरेशन ट्राइडेंट ? जिसकी याद में हर साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाता है भारत