भोपाल: मध्य प्रदेश में 15 वर्ष के सत्ता का वनवास काट के सत्ता में लौटी कांग्रेस 15 माह तक की ही सरकार चला सकी. 15 वर्षों तक सत्ता पर काबिज रही भाजपा को दोबारा से वापसी के लिए 15 महीने तक ही प्रतीक्षा करनी पड़ी. कमलनाथ के इस्तीफे के बाद अब एक बार फिर शिवराज सिंह चौहान के मध्य प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने जा रहे हैं. कमलनाथ सरकार के खिलाफ तमाम मोर्चों पर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान नेतृत्व कर रहे थे. मध्य प्रदेश में 13 वर्षों तक सत्ता की कमान संभालने वाले पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान चौथी बार भी सीएम बनने जा रहे हैं. भाजपा ने शिवराज चौहान को अब तक सभी मोर्चों में आगे किया हुआ है, ऐसे में सरकार बनने पर सूबे की कमान भी उन्हें सौंपी जा रही है. वो सोमवार शाम मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण कर सकते हैं. शिवराज सिंह चौहान की छवि आवाम के बीच एक सरल नेता की है. भाजपा हाईकमान भी शिवराज सिंह चौहान को तवज्जो देना नहीं भूलता. बीते 15 महीनों में कई बार ऐसी नौबत आई, जब लगा कि कांग्रेस के हाथ से सत्ता जा सकती है, किन्तु ऐसा नहीं हो पाया. इसकी वजह है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ भी कम बड़े खिलाड़ी नहीं हैं, मगर इस बार उनकी एक नहीं चली और उन्हें सत्ता से विदा होना पड़ा. राहुल गाँधी का केंद्र पर प्रहार, कहा- जिन मेडिकल सामान की जरूरत भारत में, उनका निर्यात कर रही सरकार कोरोना: ममता बनर्जी का पीएम मोदी को पत्र, कहा- हवाई उड़ानों को पूरी तरह किया जाए बंद कोरोना के खौफ के बीच केजरीवाल ने पीएम मोदी की इस बड़ी योजना को दी मंजूरी