लखनऊ। अखिल भारतीय हिंदू महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष कमलेश तिवारी को पुलिस ने पकड़कर नजरबंद कर दिया है। कमलेश तिवारी को उनके कार्यालय में ही नजरबंद कर दिया गया है। कमलेश तिवारी अयोध्या में रामलला के दर्शन कर भगवा दिवस मनाने की तैयारी में थे। उनका कहना था कि प्रातः 10 बजे अयोध्या निकलने का कार्यक्रम था मगर इसके पूर्व पुलिस ने खुर्शेदबाग दफ्तर ले जाकर उन्हें वहीं पर नजर बंद कर दिया। कमलेश तिवारी ने खुद को नजरबंद किए जाने को लेकर कहा कि भगवा दिवस के अवसर पर अयोध्या में एक संकल्प लेने की तैयारी थी। भाजपा चुनाव में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मसला भुनाती रही है। कमलेश तिवारी ने कहा कि हिंदू महासभा में प्रदेश के कार्यकर्ता शामिल हैं। सभी बड़े पैमाने पर उल्लासित हैं। कमलेश तिवारी ने कहा कि इस बार भाजपा मंदिर निर्माण पर चर्चा नहीं कर रही है। गौरतलब है कि विवादित बयान देने पर कमलेश तिवारी ने ओवैसी का सिर काटने वाले को 10 लाख रूपए पुरस्कार में देने की घोषणा की थी। गौरतलब है कि बाबरी विध्वंस की 6 दिसंबर को 24 वीं बरसी है। ऐसे में जहां कट्टरपंथी संगठन इसे काला दिवस के तौर पर मनाते हैं तो दूसरी ओर हिंदूत्ववादी संगठन इसे शौर्य दिवस के तौर पर मनाकर श्री हनुमान जी के और अन्य मंदिरों में महा आरती का आयोजन करते हैं। हिंदू महासभा का विवादित बयान, गोडसे रहेंगे उनके हीरो हिंदू महासभा ने कमलेश तिवारी से किया किनारा