किसान आंदोलन को लेकर अपनी टिप्पणियों के चलते विवादों में रहीं कंगना रनौत ने हाल ही में भारत बंद का विरोध किया है। जी हाँ, वैसे ही वह अपने विवादित बयानों के लिए सुर्ख़ियों में रहीं थीं और अब उन्होंने फिर से भारत बंद का समर्थन ना कर विवादों से नाता जोड़ लिया है। आप देख सकते हैं हाल ही में कंगना ने एक ट्वीट कर कैप्शन में लिखा है, 'आओ भारत को बंद कर देते हैं, यूं तो तूफ़ानों कि कमी नहीं इस नाव को, मगर लाओ कुल्हाड़ी कुछ छेद भी कर देते हैं। रह रह के रोज़ मरती है हर उम्मीद यहां, देशभक्तों से कहो अपने लिए देश का एक टुकड़ा अब तुम भी मांग लो, आ जाओ सड़क पे और तुम भी धरना दो, चलो आज यह क़िस्सा ही ख़त्म करते हैं।' आओ भारत को बंद कर देते हैं, यूँ तो तूफ़ानों कि कमी नहीं इस नाव को, मगर लाओ कुल्हाड़ी कुछ छेद भी कर देते हैं, रह रह के रोज़ मरती है हर उम्मीद यहाँ, देशभक्तों से कहो अपने लिए देश का एक टुकड़ा अब तुम भी माँग लो, आजाओ सड़क पे और तुम भी धरना दो, चलो आज यह क़िस्सा ही ख़त्म करते हैं https://t.co/OXLfUWl1gb — Kangana Ranaut (@KanganaTeam) December 8, 2020 वैसे उनके इस ट्वीट के कारण वह फिर से चर्चाओं में आ गईं हैं। आप देख सकते हैं कंगना रनौत ने अपने नए ट्वीट के साथ आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु के एक वीडियो को भी शेयर किया है। वैसे इस वीडियो में सद्गुरु प्रदर्शनों को लेकर कहते हैं कि 'इस तरह से हम आजादी से पहले की मानसिकता दिखाते हैं। उस दौर में महात्मा गांधी ने अंग्रेजों का विरोध करने के लिए हिंसा की बजाय बंद करने की शुरुआत की थी। उस दौर में यह बहुत अच्छा उपाय था, लेकिन आज के लिए सही नहीं है। आजाद भारत में हम इसे सही नहीं कह सकते।' इसी के साथ सद्गुरु ने यह भी कहा कि, 'राजनीति में आज लोग किसी समस्य के समाधान पर बात नहीं करते हैं बल्कि यह कोशिश करते हैं कि कैसे अपने कुछ समर्थकों को लेकर हाईवे रोक दिया जाए। पानी और बिजली को रोक दिया जाए। लोग इस तरह के कामों से नेता बनना चाहते हैं। देश के नागरिकों को सोचना चाहिए कि कुछ भी बंद करने वाला नेता नहीं होना चाहिए बल्कि चीजों को बेहतर ढंग से चलाने वाला व्यक्ति लीडर होना चाहिए।' वैसे सद्गुरु का यह वीडियो किसान आंदोलन के दौरान का नहीं है बल्कि काफी पुराना है लेकिन कंगना ने इसे शेयर किया है। पिता के फर्जी हस्ताक्षर कर बेटे ने किया चौंकाने वाला काम अब इस राज्य में बिना हेलमेट के नहीं मिलेगा पेट्रोल सुशांत को याद कर बोली बहन- 'मायानगरी का स्वार्थ और घमंड'