पटनाः गत लोकसभा चुनाव में राजद प्रत्याशी के विरोध में बेगुसराय लोकसभा सीट से खड़े जवाहरलाल नेहरू विश्‍वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष तथा भारतीय कम्‍युनिस्‍ट पार्टी के नेता कन्हैया कुमार ने बड़ा बयान दिया है। कन्हैया कुमार ने कहा कि वह बिहार को बचाने के लिए कोई कदम उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि अभी कोई गठबंधन नहीं है, लोकसभा चुनाव में एक तरह का पॉलिटिकल अरेंजमेंट था, पर अभी तो कोई नहीं दिखता। जब विधानसभा चुनाव नजदीक आएगा, तब उस तरफ चीजें आगे बढ़ेंगी। तेजस्वी यादव को नेता माने जाने के सवाल पर कन्हैया ने कहा कि हमारे लिए किसी व्यक्ति को नेता मानने को लेकर कोई समस्या नहीं है। कन्‍हैया पटना में मीडिया से रूबरू थे। लोकसभा चुनाव में राष्‍ट्रीय जनता दलद्वारा उनकी उम्मीदवारी का समर्थन नहीं दिए जाने संबंधी सवाल पर कन्हैया कुमार ने कहा कि राजनीति में ये सब तो होता ही रहता है। उनके मन में तेजस्वी के प्रति इसके लिए कोई दुर्भावना नहीं है। इसके पहले कन्हैया ने इप्टा (IPTA) द्वारा पटना में आयोजित 'भारत की संस्कृति और हमारा संघीय गणराज्य' विषय पर व्याख्यान को संबोधित करते हुए कहा कि आज धर्म को आधार मानकर राज्यों की संप्रभुता में हस्तक्षेप किया जा रहा है। भारत की संस्कृति विविधता की है। जो संघीय ढांचा है, उसमें किसी को यह अहसास नहीं होना चाहिए कि उसके साथ दोयम व्यवहार किया जा रहा है। आज सत्ता में बैठे लोग संघीय ढांचे को तोडऩे और जोडऩे का प्रयास कर रहे हैं। ममता बनर्जी ने कुछ इस तरह दी फारूक अब्दुल्ला को जन्मदिन की बधाई 55 साल के हुए भाजपा के 'चाणक्य', शेयर ब्रोकर से सियासत के शहंशाह तक ऐसा रहा सफर महाराष्ट्र चुनावः सट्टा बाजार में भाजपा-शिवसेना की सरकार तय