नई दिल्ली : जवाहरलाल नेहरू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने विश्व मातृत्व दिवस पर मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी को पत्र लिखा। इस दौरान उन्होंने सवाल किए। उन्होंने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को मां की तरह बताया और कहा कि एक मां पूर्वाग्रह और कई तरह की गलत रिपोर्टों को लेकर किस तरह से अपने बच्चे को दंड दे सकती है। उल्लेखनीय है कि 9 फरवरी को दिल्ली विश्वविद्यालय के कैंपस में विवादास्पद कार्यक्रम और देश विरोधी नारेबाजी करने को लेकर विश्वविद्यालय की जांच रिपोर्ट का उल्लेख किया गया है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर टिप्पणी की और कहा कि आपके मातृतुल्य प्यार की गर्मजोशी में पढ़ने का पूरा प्रयास किया गया है। भाजपा के केंद्रीय शासनकाल में वे सीख रहे हैं कि पुलिस की लाठियों के मध्य भूखे रहकर किस तरह से अध्ययन किया जाता है। कन्हैया ने स्मृति ईरानी का अप्रत्यक्ष उल्लेख करते हुए हैदराबाद के केंद्रीय विश्वविद्यालय में दलित छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या पर सवाल उठाए और कहा कि हमारे देश में जब गौ माता, भारत माता, गंगा माता और मां स्मृति हैं तो फिर रोहित कैसे मर सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपने विभाग के माध्यम से रोहित वेमुला को दंडित किया और उनकी फैलोशिप को रोक दिया।