चेन्नई: हाल ही में डीएमके सांसद कनिमोई ने ट्वीट्स किये हैं. जी दरअसल उन्होंने बीते रविवार को आरोप लगाया था कि 'चेन्नई हवाईअड्डे पर जब वह हिंदी में नहीं बोल सकी, तब सीआईएसएफ की एक अधिकारी ने उनसे पूछा कि ''क्या वह भारतीय हैं.'' अपने साथ हुए इस बर्ताव के बाद कनिमोई ने ट्वीट किया और लिखा, ''आज हवाई अड्डे पर जब मैंने सीआईएसएफ की एक अधिकारी से कहा कि वह मुझसे तमिल या अंग्रेजी में बात करें क्योंकि मैं हिंदी नहीं जानती, तब उन्होंने मुझसे पूछा कि ‘क्या मैं भारतीय हूं'.'' वहीं अब इस मामले में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ने मामले की जांच का आदेश दे दिया है. उन्होंने कहा कि 'किसी विशेष भाषा पर जोर देना उसकी नीति नहीं है.' वहीं सीआईएसएफ के तुरंत एक्शन लेने पर कनिमोई ने सीआईएसएफ का शुक्रिया अदा किया है. इस बारे में पार्टी सूत्रों का कहना है कि 'चेन्नई हवाई अड्डे पर यह घटना उस वक्त हुई, जब दोपहर में कनिमोई दिल्ली की उड़ान में सवार होने के लिये वहां पहुंची थी.' वैसे अब कनिमोई राष्ट्रीय राजधानी पहुंच चुकी हैं और वह अगले कुछ दिनों तक वहीं पर रहने वाली हैं. जी दरअसल वहां पर उनके कुछ आधिकारिक कार्यक्रम हो रहे हैं. फिलहाल उन्होंने अपने ट्वीट में ‘हिंदी थोपना' हैशटैग के साथ लिखा, ‘‘मैं जानना चाहूंगी कि कब से भारतीय होना हिंदी जानने के समान हो गया है.'' उनके इस ट्वीट को देखने के बाद ही तुरंत सीआईएसएफ ने उनसे इस घटना का पूरा ब्योरा मांगा. जी दरअसल सीआईएसएफ ने ट्वीट किया, ''सीआईएएफ मुख्यालय से आपको शुभकामनाएं. हम आपके इस अरूचिकर अनुभव का गंभीरता से संज्ञान लेते हैं. कृपया हमें हवाईअड्डे का नाम, स्थान, घटना की तारीख और समय जैसी सूचनाएं भेजें, ताकि इस मामले में उपयुक्त कार्रवाई की जा सके.'' उसके बाद सीआईएसएफ ने कहा कि 'उन्होंने इस मामले की जांच का आदेश दे दिया है. किसी विशेष भाषा पर जोर देना उसकी नीति नहीं है.'' आपको बता दें कि सीआईएसएएफ केंद्रीय गृहमंत्रालय के अंतर्गत आता है. कोरोना महामारी के बावजूद दलाईलामा ट्रस्ट को विदेशों से मिला करोड़ो का डोनेशन बेरूत ब्लास्ट के बाद से लेबनान में प्रदर्शन तेज, दूसरे कैबिनेट मंत्री ने दिया इस्तीफा TMC सांसद ब्रायन ने स्पीकर को लिखा पत्र, कहा- संसदीय कमिटी की बैठक वर्चुअली क्यों नहीं ?