कोरोना वायरस के कारण दुनियाभर में कोहराम मचा हुआ है. दुनियाभर में 26 लाख से अधिक लोग इसकी चपेट में आ गए हैं, वहीं 1 लाख 83 हजार मौत हो चुकी है. भारत में भी अभी तक 24 हजार 893 मामले सामने आ चुके हैं और 779 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. इस महामारी के कारण दुनियाभर के अधिकतर देश लॉकडाउन हैं. सभी तरह के खेल इवेंट्स रद्द हो गए हैं. जिससे खेल जगत को अराबों रुपयों का नुकसान हो रहा है. किसी को नहीं पता है कि वापस से खेल के मैदान कब गुलजार होंगे. मगर इस बीच भारत के दिग्‍गज खिलाड़ी कपिल देव (Kapil Dev) का मानना है कि कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी से उबरने के बाद स्कूल और कॉलेज खोलना युवा पीढी के लिए प्राथमिकता होनी चाहिए और कुछ समय के लिए खेलों की बहाली टाली जा सकती है. कोरोना महामारी के कारण दुनिया भर में खेल रद्द हो गए हैं. कपिल ने एक चैनल से बातचीत में कहा कि क्या आपको लगता है कि इस समय बात करने के लिए क्रिकेट ही बचा है. मैं बच्चों को लेकर चिंतित हूं जो स्कूल और कॉलेज नहीं जा पा रहे. उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि पहले स्कूल खुलें. क्रिकेट और फुटबॉल बाद में होते रहेंगे. नेक कामों में लगाए पैसावहीं पिछले कुछ दिनों से भारत और पाकिस्‍तान के बीच सीरीज को लेकर उठ रही बात पर कपिल ने दोहराया कि कोरोना से निपटने के लिए धन जुटाने की कवायद में भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय श्रृंखला के शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar के प्रस्ताव के वह खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अगर भारत के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट खेलने को इतना ही बेचैन है तो पहले सरहद पार से भारत विरोधी गतिविधियां बंद करें और वह पैसा नेक काम में लगाए. उन्होंने कहा कि आप भावनाओं के वेग में बहकर कह सकते हैं कि भारत और पाकिस्तान के मैच कराए जाने चाहिए. इस समय क्रिकेट खेलना प्राथमिकता नहीं है. अगर आपको पैसा चाहिए तो सीमा पार से गतिविधियां बंद कीजिए. उन्होंने कहा कि वह पैसा अस्पतालों और स्कूलों पर लगाए. अगर हमें पैसा चाहिए तो हमारे कई धार्मिक संगठन हैं और इस समय आगे आना उनका फर्ज है. Kia Sonet की लॉन्च इन कारों की गिरा सकती है ब्रिकी Video: रमजान पर इरफ़ान पठान ने दिया खूबसूरत सन्देश, बताया रोज़े का असली मतलब लॉक डाउन में बुरे फसे अर्जुन अवार्डी लिम्बा राम, अब चले फिरने से हुए मोहताज़