आप सभी को याद ही होगा वह कारगिल युद्ध जिसमे पाकिस्तानी सेना ने द्रास कारगिल की पहड़ियों पर कब्ज़ा करने की पूरी कोशिश की थी. भारत की सेना ने इस लड़ाई में पाकिस्तानी सेना और मुजाहिदीनों को हराया था. यह लड़ाई मई और जुलाई 1999 के बीच कश्मीर के करगिल जिले में हुईं थी. इस लड़ाई को सशस्त्र संघर्ष कहा गया था. इस लड़ाई के तीन चरण रहे थे. पहला यह कि पाकिस्तानी सेना ने श्रीनगर को लेह से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर नियंत्रण हांसिल करना चाहते थे. दूसरा चरण यह कि भारत ने उन पाकिस्तानी सेनाओं के बारे में पता लगाया जो घुसपैठ कर रहीं थीं. भारत की सेना ने अपने द्वारा उन्हें रोकने के प्रयास किए. तीसरा यह कि भारत और पाकिस्तानी सेनाओं के बीच जमकर संघर्ष हुआ और पड़ोसी देश हार गया. इस तरह तीन चरण पुरे करने के बाद कारगिल युद्ध का खात्मा हुआ. यह युद्ध आज भी लोगों के दिलों में बसा हुआ है और आज भी यह युद्ध लोगों को याद है. इस युद्ध में 60 दिनों तक चला और उसके बाद इस युद्ध को खत्म किया गया. युद्ध में दोनों पक्षों का नुकसान हुआ. आपको बता दें कि यह युद्ध 26 जुलाई 1999 को युद्ध समाप्त हुआ. इस युद्ध के समाप्ति पर उस समय भारतीय प्रधान मंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेयी ने ‘ऑपरेशन विजय की सफलता’ घोषित की थी. युद्ध के बाद क्या हुआ यह बात भी बहुत कम लोग जानते हैं तो हम आपको बता दें कि युद्ध के बाद पकिस्तान में राजनितिक और आर्थिक अस्थिरता हुई और नवाज शरीफ की सरकार हटाकर परवेज मुशर्रफ की सरकार बना दी गई. भारत में युद्ध के बाद देशप्रेम बढ़ा और भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई और भारत सरकार ने रक्षा बजट बढ़ा दिया. खबरे और भी.. कारगिल विजय दिवस : इस तरह हुई थी कारगिल युद्ध की शुरुआत...