बैंगलोर: कर्नाटक से एक हैरान करने वाला मामला प्रकाश में आया है. चित्रदुर्ग जिले में रविवार (30 अक्टूबर) को भगत सिंह की फांसी के सीन का रिहर्सल करने के दौरान एक 12 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई. पुलिस ने जानकारी दी है कि बच्चा एक स्कूल प्रोग्राम के लिए रिहर्सल कर रहा था और जिस सीन की वो रिहर्सल कर रहा था, वो भगत सिंह की फांसी का था. रिहर्सल के दौरान बच्चे ने जैसे ही फांसी लगाई, फंदा उसके गले में फंस गया, जिसके बाद उसकी जान चली गई है. घटना के समय बच्चे के माता-पिता घर पर नहीं थे. जब वह लौटे तो उन्होंने बेटे को पंखे से लटका हुआ देखा. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी है कि 1 नवंबर को कन्नड़ राज्योत्सव के अवसर पर उसके स्कूल में कार्यक्रम होने वाला था. इसी कार्यक्रम में उसे भगत सिंह का किरदार मिला था. बच्चे का नाम संजय गौड़ा है, जो 7वीं कक्षा में पढ़ता था. पुलिस ने बताया है कि संजय ने अपने कमरे में पंखे से रस्सी बांधी थी. फंदे पर लटकने से पहले उसने अपने सिर पर ऊनी टोपी पहन ली थी, जिसके बाद वो उसपर झूल गया. ऐसा लगता है कि बच्चे ने रिहर्सल करते हुए गलती से फांसी का फंदा अपने गले में डाला और फिर पलंग से कूद गया, जिसके चंद मिनटों में ही उसकी मौत हो गई. पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया है कि माता-पिता जब घर लौटे, तो उन्होंने अपने बेटे को पंखे से लटका हुआ देखा. वे उसे फ़ौरन जिला अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने कहा है कि इस घटना की जांच की जा रही है. सुंदर राज, जिनका बेटा उसी स्कूल में पढ़ता है, उन्होंने बताया कि बच्चे, स्कूल प्रोग्राम में एक ही नाटक की रिहर्सल करते थे और कभी भी किसी स्टूल का इस्तेमाल नहीं करते थे. संजय बहुत एक्टिव और मिलनसार बच्चा था. सरदार वल्लभभाई पटेल को क्यों कहा जाता है 'लौह पुरुष' ? मोरबी पुल हादसे में अब तक 141 लोगों की मौत, रेस्क्यू में जुटी तीनों सेनाएं, 177 को बचाया लखीमपुर में दुखद हादसा, मिट्टी लेने गईं पांच लड़कियां मिट्टी में दबी, 2 की मौत