कर्नाटक में बीजेपी ने सरकार बना ली, लेकिन बहुमत साबित करने को लेकर माथापच्ची काम नहीं है. गुरुवार को भी पूरे दिन राज्य में राजनीतिक उथलपुथल मची रही. बेंगलुरु के ईगलटन रिजॉर्ट में रुके हुए कांग्रेस के विधायक बाहर निकल गए हैं. सूत्रों की मानें तो कांग्रेस विधायक हैदराबाद के लिए निकले हैं. लेकिन अभी भी दो कांग्रेस विधायक राजशेखर पाटिल, प्रताप गौड़ पाटिल पार्टी के संपर्क में नहीं हैं. हालांकि, कांग्रेस नेताओं ने दावा किया है कि मैसूर क्षेत्र के कुछ बीजेपी विधायक उनके संपर्क में हैं. एक तरफ कांग्रेस विधायकों ने रिजॉर्ट छोड़ा तो वहीं जेडीएस विधायकों ने अपना होटल भी छोड़ दिया है. बताया जा रहा है कि कुछ विधायक कोच्चि जा सकते हैं तो कुछ विधायक हैदराबाद भी जा सकते हैं. कर्नाटक में मौजूद सीनियर कांग्रेस नेताओं गुलाम नबी आजाद, अशोक गहलोत ने जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी के साथ ईगलटन रिजॉर्ट में लंबी मीटिंग की. बैठक में पूर्व सीएम और कांग्रेसी नेता सिद्धारमैया भी मौजूद रहे. बैठक के बाद कुमारस्वामी ने कहा है कि जेडीएस का कोई भी विधायक आज कहीं नहीं जाएगा. कांग्रेस को उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट बहुमत साबित करने के समय को घटाएगा, इसलिए वह रिजॉर्ट छोड़ रहे हैं. अब वह सीधे वोट डालने के लिए ही आएंगे. बेंगलुरु में मौजूद कांग्रेस की विधायक यशोमती ठाकुर का कहना है कि उनसे सारी पुलिस सुरक्षा वापस ले ली गई है. हमारे विधायकों को धमकी भरे फोन आ रहे हैं, फ्लाइट की भी परमिशन नहीं मिल रही है, क्या हम सच में लोकतंत्र में रह रहे हैं. कांग्रेस नेता रामलिंगा रेड्डी ने आरोप लगाया है कि कुछ बीजेपी नेता रिजॉर्ट में आ गए थे और विधायकों से बातचीत करने की कोशिश कर रहे थे. यही कारण है कि वह रिजॉर्ट छोड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह किसी भी तरह की सुरक्षा नहीं लेंगे, हम लोग जल्द ही यहां से जाएंगे लेकिन कहां जाएंगे ये तय नहीं है. उन्होंने बताया कि जो दो विधायक अभी यहां पर नहीं हैं वह हमारे टच में हैं. कर्नाटक के चुनावी घमासान के बीच अब 'शत्रु' का भाजपा पर वार सत्ता संभालते ही येदियुरप्पा ने उठाया दूसरा बड़ा कदम, अब किया यह काम अब गोवा कांग्रेस ने राज्यपाल से समय माँगा