बैंगलोर: कर्नाटक में बी एस येदियुरप्पा की सरकार रहेगी या नहीं ? इस सवाल का जवाब आज मिल जाएगा. स्वयं सीएम येदियुरप्पा ने कल ये बात कही थी. एक लंबे अरसे से अटकलें चल रही हैं कि उन्हें अपने पद से इस्तीफ़ा देना पड़ सकता है. इस सब के बीच कल ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से प्रेस वालों ने पूछा कि क्या कर्नाटक में सियासी संकट बना हुआ है? किन्तु जवाब में उन्होंने इस बात से इनकार किया और सीएम येदियुरप्पा की प्रशंसा की. नड्डा ने कहा कि 'येदियुरप्पा ने अच्छा काम किया है. कर्नाटक बेहतर प्रदर्शन कर रहा है और येदियुरप्पा अपने तरीके से चीजें संभाल रहे हैं.' तो क्या इसे संकेत माना जाए कि हाईकमान येदियुरप्पा के नेतृत्व को लेकर ख़ुश है और उनके इस्तीफ़े चर्चाएं महज़ कयास हैं. और बीएस येदियुरप्पा भाजपा के लिए इतने अहम क्यों है. उनको लेकर पार्टी का हाईकमान कोई फै़सला क्यों नहीं ले पा रहा है? आगे उनकी जगह कर्नाटक में कौन ले सकता है? किन नामों पर चर्चाएं अधिक हो रही है? ये सभी सवाल फिलहाल सियासी गलियारों में घूम रहे हैं. हालांकि, इन सभी सवालों के जवाब आज मिलने की संभावना जताई जा रही है। बता दें कि कर्नाटक में बीते दो दशकों के भाजपा का चेहरा रहे येदियुरप्पा के इस कार्यकाल के आज दो वर्ष पूरे हो रहे हैं. येदियुरप्पा ने रविवार को कहा कि भाजपा का हाईकमान इस पर फैसला लेगा कि उन्हें पद पर बने रहना चाहिए या नहीं. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि वह अगले 10-15 वर्षों तक पार्टी के लिए काम करना जारी रखेंगे. ब्लिंकन की यात्रा से पहले अमेरिका ने पाक और भारत से स्थिर संबंधों की दिशा में काम करने की कही बात केजरीवाल के चुनावी वादे पर मेहरबान हुई उत्तराखंड की जनता, 7 दिन में 1,39,000 पंजीकरण राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के कार्यकाल के 4 वर्ष पूरे हुए आज