कर्नाटक: 5 साल के बच्चे की मौत के मामले में डॉक्टर और एंबुलेंस के ड्राइवर सस्पेंड

बैंगलोर: कर्नाटक सरकार ने शनिवार (3 दिसंबर) को तुमकुरु जिले के कोडिगेनहल्ली प्राइमरी हेल्थ सेंटर में मेडिकल ऑफिसर और एक एम्बुलेंस ड्राइवर को निलंबित कर दिया है. दरअसल, उनके ऊपर कथित मेडिकल लापरवाही की वजह से 5 वर्षीय लड़के की मौत का आरोप लगा है. यह घटना राज्य की राजधानी बेंगलुरु से करीब 130 किलोमीटर दूर की है. बच्चे के माता-पिता ने शिकायत की थी कि जब वे अपने बच्चे को लेकर उपचार के लिए हेल्थ सेंटर लेकर पहुंचे थे, तो उस वक़्त डॉक्टर और एम्बुलेंस ड्राइवर मौजूद नहीं थे. इस मुद्दे पर आक्रोशित लोगों व विपक्ष ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे की मांग की थी.

कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर के मुताबिक, बच्चे को अस्पताल में “मृत” लाया गया था. मधुगिरी तालुक के कोडिगेनहल्ली PHC में मृत घोषित किए गए 5 साल के बच्चे की दुखद मौत के बाद स्वास्थ्य आयुक्त ने तुमकुरु जिले को नोटिस भेजा है. मामले में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के साथ-साथ एक मेडिकल ऑफिसर और एम्बुलेंस ड्राइवर को निलंबित कर दिया गया है. मामला सामने आने के बाद सियासत भी गरमा गई है और इस घटना को JDS ने हाथों-हाथ लिया. पूर्व सीएम और JDS नेता एचडी कुमारस्वामी ने घटना की सूचना मिलने के बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री से इस्तीफा माँगा था. बच्चे के शव को पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी की पंचरत्न यात्रा में लाया गया था, जो शुक्रवार को कोडिगेनहल्ली गांव में हुई थी. परिजन लगातार इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं.

कुमारस्वामी ने कई ट्वीट करते हुए सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर निशाना साधा था और कहा कि राज्य में अस्पताल “मौत के जाल में बदल गए हैं”. अस्पताल में दो डॉक्टर थे, मगर वे ड्यूटी पर नहीं थे. हालांकि एंबुलेंस थी, किन्तु ड्राइवर नहीं था. यह ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था का क्रूर दृष्टिकोण है. यह स्वास्थ्य विभाग की अक्षमता का आईना है.

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