कर्नाटक में चुनावी माहौल बन गया है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों रन में उतर चुकी है. तैयारियां जोरो पर है. चुनावी महोल का पहला काम आरोप-प्रत्यारोप का लगाया जाना शुरू हो चूका है. इसी क्रम में बीजेपी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री के. सिद्धारमैया को अल्पसंख्यकों के खिलाफ दर्ज केस वापस लेने को मुद्दा बनाया है. बीजेपी ने सीधे तौर पर सीएम सिद्धारमैया को हिंदू विरोधी बताया है. दरअसल, कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार अल्पसंख्यकों, किसानों और प्रो-कन्नड़ समर्थकों के खिलाफ दंगों के दौरान दायर पुराने आपराधिक केस वापस लेने का एलान करते हुए तैयारी भी शुरू कर दी है. कांग्रेस की कर्नाटक सरकार ने इस हेतु पुलिस को सर्कुलर जारी कर जानकारी की मांग की है. सर्कुलर में ऐसे केस की डिटेल्स मांगी गई है. गौरतलब है कि गुरुवार को भेजे गए इस सर्कुलर से पहले पिछले दो महीने में सिद्धारमैया सरकार तीन बार ऐसा सर्कुलर पुलिस विभाग को भेज चुकी है. इस सब के बीच बीजेपी कूद पड़ी है. मुद्दों और बयानों को भुनाने में माहिर बीजेपी ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया है. पार्टी ने आरोप लगाया है कि सिद्धारमैया सरकार दंगा फैलाने वाले लोगों के खिलाफ दर्ज केस वापस ले रही है. बीजेपी ने सिद्धारमैया पर हिंदुओं के खिलाफ काम करने का भी आरोप लगाया. हालांकि इस पर सीएम सिद्धारमैया ने सफाई देते हुए कहा कि सिर्फ अल्पसंख्यकों के नहीं, बल्कि किसानों और कन्नड़ समर्थकों के केस वापसी का प्रस्ताव भी है. कर्नाटक में जल्द गिरेगा भ्रष्ट कांग्रेसी सरकार का किला -शाह जानिए राष्ट्र ध्वज से जुड़ी रोचक जानकारी मंच पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की रासलीला