बैंगलोर: कर्नाटक के मंगलौर में विगत सोमवार (27 जून 2022) को 13 वर्षीय मदरसा छात्र ने आरोप लगाते हुए कहा था कि उसके साथ दूसरे धर्म के लोगों ने मारपीट की और उसका कुर्ता फाड़ डाला। अब यही लड़का पुलिस की पूछताछ में अपने बयान से मुकर गया है। अपने आप को पीड़ित दिखाने वाले मदरसा छात्र ने पुलिस के समक्ष गुरुवार (30 जून 2022) को स्वीकार किया है कि घर और स्कूल में ठीक से ध्यान नहीं दिए जाने की वजह से उसने झूठी कहानी बनाई थी। रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले को लेकर मंगलौर के पुलिस आयुक्त एन शशि कुमार ने बताया है कि लड़के ने पेन से खुद ही अपनी शर्ट फाड़ ली थी, ताकि लोगों को ये बता सके कि उसे पीटा गया है। दरअसल, लड़के के द्वारा मारपीट के आरोपों के बाद किसी भी साम्प्रदायिक तनाव के मामले से बचने के लिए पुलिस फ़ौरन हरकत में आ गई थी। मामले की जांच के दौरान जब पुलिस ने लड़के के बयान, CCTV कैमरे के फुटेज और दूसरे सबूतों की जाँच की, तो पुलिस भी हैरान रह गई। क्योंकि लड़के ने झूठ कहा था। इसके बाद गुरुवार को दोबारा से उसे पूछताछ के लिए बुलाया गया। लड़के ने बताया कि वो एक गरीब परिवार से संबंध रखता है और वो पढ़ाई में भी कमजोर है। इस वजह से उसे वो सम्मान नहीं मिल पा रहा है, जो वो चाहता था। हकीकत सामने आने के बाद पुलिस ने उसके माता-पिता और समुदाय के नेताओं को बुलाकर पूरी सच्चाई बताई। अब पुलिस बाल कल्याण समिति और डॉक्टरों के समक्ष फिर से उसका बयान रिकॉर्ड करेगी। बता दें कि लड़के के साथ मारपीट की घटना के बाद सूरतकल और उसके आसपास के इलाकों में तनाव फ़ैल गया था। मीडिया से बातचीत करते हुए सूरतकल पुलिस स्टेशन के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा था कि 8वीं कक्षा का छात्र है। घटना वाले दिन वो चक्रबर्ती मैदान से लौट रहा था। उसने आरोप लगाया था कि लौटते समय दो लोग पीछे से उसके पास पहुँचे और पीछे से उसे धक्का दिया। फिर उसके कपड़े फाड़ने के बाद वहाँ भाग गए थे। लेकिन अब यह तमाम आरोप झूठे पाए हैं। 6 माह तक बंधक बनाकर ज़ाकिर ने किया बलात्कार, इस्लाम क़बूलने का दबाव.., पुलिस के पास पहुंची पीड़िता चलती कार में महिला और 5 वर्षीय बच्ची का सामूहिक बलात्कार, टिकैत गुट के 2 नेता समेत 5 गिरफ्तार 'बहुत अच्छा किया मेरे भाई..', कन्हैया के हत्या पर 'आसिफ' ने लिखा, यूपी पुलिस ने दबोचा