बीते दिन (शुक्रवार) को कर्नाटक में उस वक्त बवाल खड़ा हो गया जब एक मंत्री ने विवादित बयान देते हुए कहा कि वह यहां स्थित हज हॉउस का नाम बदलकर मैसूर के शासक टीपी सुलतान के नाम पर रखने के विषय पर मुख्यमंत्री से बात करेंगे. यह बयान राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ मंत्री बी जेड जमीर अहमद खान ने दिया. उनके इस बयान की भारतीय जनता पार्टी ने कड़ी आलोचना की है. भाजपा का कहना है कि वह इस प्रस्ताव के खिलाफ पूरे प्रदेश में विरोश प्रदर्शन करेगी. दरअसल खान ने अपने बयान में कहा कि, 'हज समिति की हालिया समीक्षा बैठक के दौरान, अधिकारियों ने उनसे कहा कि हज यात्रियों की सुविधा वाले हज भवन के नाम को बदलने के लिए कई आग्रह आए हैं.' मंत्री ने कहा कि, 'मैंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री के साथ (इस पर) चर्चा करूंगा और फिर देखते हैं .' वहीं भाजपा ने इस पर कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि हज भवन पूरे मुस्लिम समाज की ईमारत है न कि सिर्फ टीपू सुलतान के समर्थकों का. गौरतलब है कि पिछली कांग्रेस सरकार ने टीपू जयंती का एक समारोह आयोजित किया था जिसका बीजेपी ने जमकर विरोध किया था. खान ने एक बयान में यह भी कहा कि, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने नई इमारत का उद्घाटन किया था तो धार्मिक नेताओं और अन्य ने इसका नाम ‘हजरत टीपू सुल्तान हज घर’ करने की मांग की थी." मंत्री के इस बयान पर भाजपा सांसद शोभा करदंलाजे ने कहा कि, 'इसका नाम किसी भी कीमत पर टीपू के नाम पर नहीं रखा जाना चाहिए और अगर ऐसा किया जाता है तो पूरे राज्य में इसका कड़ा विरोध किया जाएगा. यूएई का ऐलान- किसी भी एयरपोर्ट पर फ्री में ठहर सकेंगे भारतीय पर्यटक अखिलेश को चाचा शिवपाल की सलाह पीएम के एमपी दौरे पर दिग्विजय की खिंचाई