बंगलुरु: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के बाद एक बार फिर सत्‍तारूढ़ जेडीएस-कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने हैं, इस बार यह सियासी टक्कर नगर निकाय चुनाव को लेकर है. हालांकि इन चुनावों के नतीजे से कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी कुर्सी पर कोई फ़र्क़ नहीं पड़ने वाला है, लेकिन 2019 चुनावों से पहले कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ने के लिए इन चुनावों में भी जीत दर्ज है. केरल कर्नाटक की मदद के लिए आगे आया गूगल, देगा एक मिलियन डॉलर्स 31 अगस्त को कर्नाटक में हुए शहरी स्थानीय निकाय चुनाव के आज नतीजे आने हैं, वोटों की गिनती की जा रही है. वर्तमान में 2664 सीटों में से 1412 सीटों के नतीजे आ गए हैं. इनमें से कांग्रेस को 560 सीटों और बीजेपी को 499 सीटों पर जीत मिल चुकी है. जेडीएस 178 सीटों पर जीत हासिल करके तीसरे नंबर पर है. वहीं निर्दलीय उम्मीदवारों ने 150 सीटों पर जीत का परचम फहराया है. कर्नाटक: कांग्रेस-जेडीयू के गठबंधन में दरार न पैदा कर दे सिद्धारमैया का ये बयान सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) की पांच महिला उम्मीदवारों को कर्नाटक के निकाय चुनावों में जीत हासिल हुई है. अर्शीकेरे के 6 और चननारायापटना के 2 वार्ड पर जेडीएस को जीत मिली है. 31 अगस्त को वोट डाले गए थे. 3897 पोलिंग स्टेशनों पर लोगों ने अपना वोट दिया था. ऐसा पहली बार हुआ जब चुनाव आयोग ने निकाय चुनाव में नोटा का ऑप्शन भी शामिल किया. खबरें और भी:- 8 सितम्बर को डीएमके की महा बैठक, इन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका, बागी सांसद राजकुमार सैनी ने बनाई नई पार्टी ऑल स्टेट कश्मीरी पंडित कॉन्फ्रेंस का सरकार पर इल्ज़ाम