बेंगलुरु: कर्नाटक में सिद्दी समुदाय (देश की अफ्रीकी मूल की जनजाति) का अपना सर्वप्रथम सांसद बन गया है. राज्यपाल वजुभाई वाला द्वारा हाल ही में प्रदेश विधान परिषद में शांताराम बुदना सिद्दी समेत पांच लोगों को नामित किया गया है. देश में 1 जातीय समूह सिद्धियों के बारे में बोला जाता है कि वे पूर्वी अफ्रीकी इलाके के लोगों के वंशज थे. वहीं, वे प्रदेश में अनुसूचित जनजाति (एसटी) की लिस्ट में शामिल हैं. वे कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के क्षेत्र में रह रहे हैं. लेकीन, उनकी प्रधान आबादी जूनागढ़ जिले में केंद्रित है. जहां पर उनकी सबसे अधिक पचास हजार- साठ हजार की अनुमानित आबादी है. प्रदेश में वे कैथोलिक से जाने जाते हैं. सूत्रों के मुताबिक, शांताराम सिद्दी एक सामाजिक वर्कर के रूप में कार्य कर रहे थे और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के 1 आदिवासी कल्याण पहल वनवासी कल्याण प्रचारक के पद धारक थे. इसके अलावा उत्तराखंड के कन्नड़ डिस्ट्रिक्ट के सिरसी शहर और येल्लापुर के बीच स्थित एक गांव हिताहल्ली से ग्रेजुएट भी हैं. आंध्रा-ओडिशा सीमा पर पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ कोरोना संक्रमित पाए गए शिवराज के मंत्री, कैबिनेट बैठक में हुए थे शामिल इंदौर के हरसोला गाँव में मिले एक साथ 11 कोरोना मरीज, 31 जुलाई तक लगाया गया लॉकडाउन