हर साल कार्तिक कृष्ण चतुर्थी के दिन सुहागिन महिलाएं करवा चौथ व्रत रखती है। आप सभी को बता दें कि इस साल करवा चौथ व्रत 24 अक्टूबर यानी रविवार को रखा जाएगा। आपको बता दें कि इस व्रत में सास अपनी बहू को सरगी देती है और इस सरगी को लेकर बहुएं अपने व्रत की शुरुआत करती हैं। जी दरअसल यह व्रत सूर्योदय से पहले शुरू होता है और इसे चांद निकलने तक रखा जाता है। अब आज हम आपको बताने जा रहे हैं करवाचौथ पूजन सामग्री की सूची और पूजा विधि। करवा चौथ पूजन सामग्री की सूची- 1. चंदन 2. शहद 3. अगरबत्ती 4. पुष्प 5. कच्चा दूध 6. शकर 7. शुद्ध घी 8. दही 9. मिठाई 10. गंगाजल 11. कुंकुम 12. अक्षत (चावल) 13. सिंदूर 14. मेहंदी 15. महावर 16. कंघा 17. बिंदी 18. चुनरी 19. चूड़ी 20. बिछुआ 21. मिट्टी का टोंटीदार करवा व ढक्कन 22. दीपक 23. रुई 24. कपूर 25. गेहूं 26. शकर का बूरा 27. हल्दी 28. पानी का लोटा 29. गौरी बनाने के लिए पीली मिट्टी 30. लकड़ी का आसन 31. चलनी 32. आठ पूरियों की अठावरी 33. हलुआ 34. दक्षिणा के लिए पैसे। पूजा विधि- सुबह सूर्योदय से पहले उठ जाएं। उसके बाद सरगी के रूप में मिला हुआ भोजन करें पानी पीएं और भगवान की पूजा करके निर्जला व्रत का संकल्प लें। अब इसके बाद पूजा के लिए शाम के समय एक मिट्टी की वेदी पर सभी देवताओं की स्थापना कर इसमें करवे रखें। अब एक थाली में धूप, दीप, चंदन, रोली, सिन्दूर रखें और घी का दीपक जलाएं। ध्यान रहे पूजा चांद निकलने के एक घंटे पहले शुरू कर देनी चाहिए। पूजन के समय करवा चौथ कथा जरूर सुनें या सुनाएं। इसी के साथ चांद को छलनी से देखने के बाद अर्घ्य देकर चंद्रमा की पूजा करें. ध्यान रहे चांद को देखने के बाद पति के हाथ से जल पीकर व्रत खोले। चंद्रमा को अर्घ्य देने का मंत्र- करकं क्षीरसंपूर्णा तोयपूर्णमयापि वा। ददामि रत्नसंयुक्तं चिरंजीवतु मे पतिः॥ इति मन्त्रेण करकान्प्रदद्याद्विजसत्तमे। सुवासिनीभ्यो दद्याच्च आदद्यात्ताभ्य एववा।। एवं व्रतंया कुरूते नारी सौभाग्य काम्यया। सौभाग्यं पुत्रपौत्रादि लभते सुस्थिरां श्रियम्।। यहाँ देखिये अक्टूबर के व्रत-त्योहारों की लिस्ट पापांकुशा एकादशी को जरूर पढ़े यह कथा, होगी स्वर्ग प्राप्ति जय बजरंगबली: मंगलवार को करें तुलसी के पत्तों का यह छोटा सा उपाय, चमक उठेगी किस्मत