लखनऊ: कासगंज में हुए दंगों के बाद से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कानून व्यवस्था की चारों ओर आलोचना हो रही थी , विपक्षी दल भी इस समय योगी के शासन पर ऊँगली उठा रहे थे. जिसके बाद योगी ने सख्त रुख दिखाते हुए पुलिस प्रशासन को आड़े हाथ लिया था, और पुलिस प्रशासन को सांप्रदायिक सद्भाव बनाये रखने हेतु कड़े निर्देश दिए थे. योगी ने यह भी कहा था, कि जैसे भी हो सके प्रदेश में शांति कायम करनी होगी और इसके लिए पुलिस को दिन रात एक करने होंगे. इसी सम्बन्ध में पुलिस महानिदेशक की ओर से सोमवार देर रात जारी निर्देश में कहा गया है कि किसी भी सांप्रदायिक तनाव के बाद मामले में दोषियों का अतिशीघ्र पता लगाकर कार्रवाई की जाए. उन्होंने दोनों पक्षों के बीच संवाद स्थापित करवाकर समस्या का हल निकला जाए. अराजक तत्वों के मंसूबों को निष्क्रिय करने के लिए इंटेलिजेंस रिपोर्ट, लोकल इंटेलिजेंस यूनिट और जनता से भी सहयोग लिए जाने के निर्देश पुलिस महानिदेशक की ओर से दिए गए हैं. उन्होंने कहा, “हर ऐसे मामले पर नजर रखें, जिनके कारण सांप्रदायिक विद्वेष की स्थिति बन सकती है। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारी खुद मौके पर पहुंचे। दोषी व्यक्तियों के खिलाफ फौरन कार्रवाई हो।” गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस पर तिरंगा यात्रा के दौरान हुई दो पक्षों कि झड़प में पूरा कासगंज झुलस रहा था. जिसे मुश्किल से काबू किया गया था , लपटें बाहर भी फैलें इसीलिए पुलिस प्रशासन और अधिक सतर्क हो गया है. फिर स्कूल वैन हुई हादसे का शिकार कई मासूम हुए हताहत भीषण जल संकट के आसार, इजरायल कर सकता है मदद ! छोटा राजन ने किया बड़ा खुलासा