श्रीनगर. जम्मू कश्मीर पुलिस ने गुरुवार को कश्मीर घाटी में मुठभेड़ स्थलों पर सुरक्षा बलों पर पथराव करने वाली जगहों पर आत्महत्या करने वाले युवाओ को लेकर कहा है कि वह इस प्रकार की गतिविधियों से दूर रहे. पुलिस महानिदेशक एस पी वैद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मुठभेड में सुरक्षा बल एवं पुलिस भी खुद को गोलियों से बचाने के लिए बुलेटप्रूफ वाहन या किसी मकान का सहारा लेती है किन्तु मुठभेड की जगहों पर जा कर युवा आत्महत्या कर रहे हैं. उन्होंने युवाओ से मुठभेड़ की जगहों पर न आने की सलाह देते हुए कहा है कि क्षेत्र में शांति विरोधी तत्व अपने लघुकालीन राजनीतिक हितो को साधने के लिए उन्हें भटका रहे है. एसपी वेद ने कहा, गोली ये नहीं जानती की वह किसे जाकर लगेगी, इस कारण मेरी युवाओ से अपील है की उन्हें अपने घरो में रहना चाहिए और मुठभेड़ की जगहों पर नही आना चाहिए. साथ ही डीजीपी ने यह भी कहा कि सोशल मीडिया का उपयोग युवाओ को भड़काने के लिए किया जा रहा है, इसके माध्यम से आतंकवादियो को मुक्त करने के लिए वह सुरक्षा बल पर पथराव करे. वैद ने कहा, जिस समय मुठभेड़ होना शुरू होती है, वे लगभग 300 वाट्सऐप ग्रुप सक्रिय कर देते हैं जिनमें से हर ग्रुप में 250 से अधिक सदस्य हैं. सिर्फ इतना ही नहीं वे फेसबुक जैसी अन्य सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट पर भी सक्रिय कर देते हैं और युवाओ के जरिए मुठभेड की जगहों पर पहुच कर पथराव करने के लिए भडकाते हैं ताकि आतंकवादी घटनास्थल से बच कर भाग जाए. ये भी पढ़े कश्मीर के पत्थरबाजों की अब खैर नहीं, नजर रखेगा CRPF का तीसरा नेत्र आतंकी मुठभेड़ के दौरान भीड़ के पथराव से 60 जवान घायल सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में एक प्रदर्शनकारी की मौत