श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में अलगाववादी नेताओं की बैठक के पहले ही यासीन मलिक को पकड़ लिया गया। दरअसल अलगाववादी नेताओं ने एनआईए द्वारा दिल्ली व जम्मू कश्मीर में मारे गए छापों को लेकर बैठक बुलाई थी। इस बैठक में जेकेएलएफ के नेता यासीन मलिक के पहुंचने की भी संभावना थी लेकिन उसके पहले ही यासीन मलिक को पकड़ लिया गया। इस बैठक से पहले हुर्रियत के नेता मीरवाइज फारूक को उनके घर में नज़रबंद कर लिया गया। गौरतलब है कि एनआईए द्वारा पाकिस्तान से फंडिंग के आरोप में जांच की जा रही है। इसी सिलसिले में अलगाववादी नेता व उनके निकट संबंधियों के ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। एनआईए ने दिल्ली व जम्मू कश्मीर में छापामारकर महत्वपूर्ण दस्तावेज प्राप्त किए थे। एनआईए की कार्रवाई के बाद जो बैठक अलगाववादियों ने आयोजित की उसमें किसी भी नेता को जाने नहीं दिया गया। बैठक का आयोजन हुर्रियत काॅन्फ्रेंस के प्रमुख सैय्यद अली शाह गिलानी के घर के यहां होना था। गिलानी के घर के आसपास पुलिस की तैनाती कर दी गई थी। कश्मीर में सेना के काफिले पर हुआ हमला, एक जवान शहीद, 5 गंभीर रूप से घायल बिपिन रावत पहुंचे जम्मू-कश्मीर सुरक्षा को लेकर अधिकारियों से करेंगे चर्चा कश्मीर में सिक्युरिटी एजेंसियों के लिए मुसीबत बन रहे है 'बेडरूम जिहादी'