जम्मू कश्मीर : महिलाओं और बच्चियों पर लगातार हो रहे अत्याचारों के खिलाफ प्रदेश सरकार सख्त कदम उठाने जा रही है. पूरे देश को दहला देने वाले कठुआ गैंगरेप कांड पर जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कड़ा कानून बनाने का वादा किया है. गुरुवार रात महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर बताया कि वे ऐसा सख्त कानून बनाएंगी, जिससे फिर कोई ऐसी हरकत न कर सके. महबूबा ने ट्वीट कर कहा कि मैं पूरे देश को भरोसा दिलाना चाहती हूं कि मैं न सिर्फ आसिफा को न्याय दिलाऊंगी, बल्कि ये भी तय करूंगी कि इस मामले में दोषी लोगों को ऐसी सजा हो जो एक सबक बने. हम एक और बच्ची के साथ ऐसा नहीं होने दे सकते. हम नया कानून लाएंगे, जिसमें नाबालिग बच्चियों से रेप के मामले में कम से कम मौत की सजा हो, ताकि फिर किसी और बच्ची के साथ आसिफा जैसी हैवानियत न हो. महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार सुबह भी ट्वीट कर कहा था कि इस मामले में कानून अपना काम करेगा. जांच में पूरी प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है. तेजी से जांच चल रही है और मामले में आसिफा को न्याय मिलेगा.महबूबा मुफ्ती ने इस मामले पर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. मुफ्ती ने प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात में इस बात पर चिंता जताई कि गैंगरेप की इस घटना ने राज्य में ध्रुवीकरण कर दिया है, जो सुरक्षा के लिहाज से बेहद चिंतित करने वाला है. महबूबा मुफ्ती ने अपनी सरकार में शामिल बीजेपी मंत्रियों और नेताओं लाल सिंह और चंदर प्रकाश सिंह के हिंदू एकता मंच की ओर से निकाली गई रैली में शामिल होने के लेकर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की. हिंदू एकता मंच ने रेप के आरोपियों और स्पेशल पुलिस ऑफिसर दीपक खजूरिया के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया था. गौरतलब है कि बकरवाल मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखने वाली पीड़िता दस जनवरी को 90 किलोमीटर दूर कठुआ के रासना गांव के पास के जंगलों में बने अपने घर से गायब हो गई थी. एक सप्ताह बाद उसका शव पास के इलाके से मिला था और मेडिकल जांच में यौन उत्पीड़न का पता चला था. शुरूआती जांच में पुलिस ने एक नाबालिग को पकड़ा था. बाद में मामला जम्मू कश्मीर पुलिस की अपराध शाखा को सौंपा गया था. उन्नाव-कठुआ रेप केस: मोदी के उपवास पर भारी पड़ेगा राहुल का मध्यरात्रि कैंडल मार्च जम्मू के कठुआ में मासूम से रेप पर चुप क्यों है महिला आयोग ? कठुआ रेप मामले में राजनीति हुई तेज