स्वयं को ऐसा बनाओ कि जहाँ से तुम चले जाओ वहाँ तुम्हें सब याद करें जहाँ तुम पहुँचने वाले हो वहाँ तुम्हारा सब इंतज़ार करें . . . . . भावार्थ कवि कहना चाहता है कि उधार ले लो मरते दम तक पी गौरा होने की क्रीम 500 का नोट इतिहास गवाह है