'केंद्र द्वारा दिए गए पैसे खा गई KCR सरकार..', संजय बंदी ने BRS का नाम रखा- 'भ्रष्टाचार राक्षस समिति'

हैदराबाद: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव और करीमनगर के सांसद बंदी संजय कुमार ने गुरुवार (10 अगस्त) को तेलंगाना में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (BRS) को 'भ्रष्टाचार राक्षस समिति' बताते हुए कहा कि के चंद्रशेखर राव के परिवार ने तेलंगाना पर उसी तरह कब्जा कर लिया है, जैसे सांप, चींटी की पहाड़ी पर कब्ज़ा कर लेता है।  संजय ने मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान लोकसभा में बोलते हुए कहा कि, “जिस तरह संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) ने खुद को I।N।D।I।A में बदल लिया, उसी तरह तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति, भ्रष्टाचार राक्षस समिति बन गई है। इसके अध्यक्ष KCR ने खुद को 'कासिम चन्द्रशेखर रजवी' साबित कर दिया है। उन्होंने तेलंगाना राज्य को बर्बाद कर दिया है।' संजय ने कहा कि KCR के पास शराब पीने और बिना किसी से मिले खुद को अपने महल की चारदीवारी तक सीमित रखने के अलावा कोई और काम नहीं है। 

संजय ने कहा कि, ''उनके परिवार ने बहुत बड़ी संपत्ति अर्जित की थी, जो पिछले नौ वर्षों में 400 गुना बढ़ गई। जबकि तेलंगाना के किसान की औसत वार्षिक आय केवल 1।12 लाख रुपये है, KCR की कृषि से आय 1 करोड़ रुपये से अधिक है और उनके बेटे की आय 59।85 लाख रुपये है।'' भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि लोकसभा में BRS नेताओं के दावे कि राज्य सरकार किसानों को चौबीसों घंटे मुफ्त बिजली दे रही है, सरासर झूठ है। उन्होंने कहा कि, 'यह संसद को गुमराह करने के अलावा और कुछ नहीं है। मैं बीआरएस सरकार को इसे साबित करने की चुनौती देता हूं; अगर यह सही है, तो मैं अपनी लोकसभा सदस्यता छोड़ दूंगा।' संजय ने चुनौती देते हुए कहा कि अगर KCR इसे साबित नहीं कर पाए, तो क्या वे अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। संजय ने आरोप लगाया कि KCR सरकार ने केंद्रीय धन का दुरुपयोग किया है। पिछले नौ वर्षों में, केंद्र ने तेलंगाना को 9।60 लाख करोड़ रुपये के ऋण के अलावा 5 लाख करोड़ रुपये जारी किए थे। मगर, केसीआर सरकार ने इनमें से अधिकांश धनराशि लूट ली - यहां तक कि शौचालयों के निर्माण के लिए दी गई धनराशि भी लूट ली। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि, ''BRS सरकार ने मुफ्त चावल बेच दिया और मनरेगा के तहत दी गई धनराशि का बंदरबांट कर लिया।'' मणिपुर की घटना पर संजय ने कहा कि वह इसके विवरण में नहीं जाएंगे, क्योंकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विस्तार से जानकारी है।

उन्होंने कहा कि, 'लेकिन KCR कहीं क्यों नहीं जाते, भले ही कोई बड़ी आपदा हो? वह आत्महत्या करने वाले किसानों और परीक्षा के दबाव के कारण आत्महत्या करने वाले इंटरमीडिएट छात्रों के परिवारों से मुलाकात नहीं करते हैं।' उन्होंने आश्चर्य जताया कि BRS, मणिपुर के बारे में क्यों बात कर रहा है जबकि तेलंगाना में हत्याएं, जमीन पर कब्जा और बलात्कार हो रहे हैं। राहुल गांधी के भाषण का जिक्र करते हुए संजय ने कहा कि पूरी दुनिया कांग्रेस नेता का मजाक उड़ा रही है। उन्होंने कहा कि, “वह नहीं जानते कि वह कब क्या करते हैं। वह (राहुल) एक बार लोगों को देखकर आंख मारते हैं; कभी-कभी दूसरों को गले लगाते हैं और कभी-कभी फ्लाइंग किस देते हैं। वह किसी बॉलीवुड फिल्म के गजनी की तरह दिखते हैं।'' उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अवसरवादी विपक्षी दल, पीएम मोदी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए ऐसे असंगत नेता के साथ मिल गए हैं। उन्होंने कहा कि, ''इससे भी बुरी बात यह है कि राहुल ने यह कहकर देश को अपमानित किया है कि 'भारत माता की हत्या की गई।' वह भूल गए हैं कि मोदी उन लोगों की आंखें निकाल लेंगे जो भारत माता की ओर आंख उठाकर देखने की हिम्मत करेंगे।'' उन्होंने कहा कि ये सभी नेता जनता का विश्वास खो चुके हैं। संजय ने कहा, "यह कांग्रेस, बंगाली दीदी, दिल्ली केजरी, बिहार JDU और तेलंगाना उपद्रवी, मोदी का कुछ नहीं कर सकते, जिनके नेतृत्व में भारत एक शक्तिशाली राष्ट्र में बदल रहा है।"

तेलंगाना को राज्य का दर्जा देने के लिए संसद को सलाम करते हुए भाजपा नेता ने अलग तेलंगाना के गठन के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत सुषमा स्वराज के योगदान को याद किया। उन्होंने हिंदुओं की एकता के लिए प्रयासरत RSS का अपमान करने के लिए कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि, 'पार्टी का न तो दिल्ली में और न ही दिल्ली से बाहर कोई अस्तित्व है। इसने BRS और AIMIM से हाथ मिलाया है और मिलीभगत की राजनीति में शामिल हो गई है। यह तेलंगाना में आने वाले चुनावों में धूल चाटने जा रहा है।'

'भारत को अपने नेता पर विश्वास, विपक्ष जोर-जोर से चिल्लाएगा, लेकिन..', अमेरिकी सिंगर मैरी ने किया पीएम मोदी का समर्थन

कांग्रेस विधायक गोपाल मीणा ने दलित शख्स पर किया पेशाब, चटवाए जूते, कोर्ट के आदेश के बाद दर्ज हो पाया केस

'मणिपुर अंतर्राष्ट्रीय मुद्दा, कश्मीर में जनमत संग्रह हो..', घरेलु मुद्दों में 'विदेशी' दखल कौन चाह रहा ?

 

Related News