सनातन धर्म में कार्तिक का महीना अत्यधिक पवित्र माना जाता है। प्रभु श्री विष्णु या वैष्णव परंपरा के अनुयायियों के लिए कार्तिक का महीना विशेष महत्व रखता है। यह चातुर्मास का अंतिम मास है तथा इस महीने से शुभता की शुरुआत होती है, जिससे देव तत्व भी मजबूत होते हैं।इस वर्ष कार्तिक का महीना 18 अक्टूबर, यानी आज से शुरू होकर 15 नवंबर को समाप्त होगा। कार्तिक मास का महत्व इस महीने में दीप दान और अन्य दान करने से अक्षय शुभ फल की प्राप्ति होती है। इसे "कार्तिक" इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि इस महीने की पूर्णिमा को सामान्यतः कृतिका नक्षत्र होता है। कार्तिक मास के नियम इस महीने में स्निग्ध चीजें तथा मेवे खाने की सलाह दी जाती है। जिन चीजों का स्वभाव गर्म हो और जो लंबे वक़्त तक ऊर्जा बनाए रखें, ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए। इस महीने में किसी भी तरह की दाल खाने से मना किया गया है। कार्तिक में सूर्य की किरणों का स्नान उत्तम माना जाता है। इस महीने में दोपहर के समय सोना मना है; दोपहर में सोने से बचना चाहिए। इंदौर: फ्लैट में 3 लड़कियों संग बंद था फैजान, अंदर से मिला आपत्तिजनक सामान कार में रखी है भगवान की मूर्ति तो भूलकर भी ना करें ये गलतियां सोने से पहले जरूर करें ये काम, कभी नहीं होगी आर्थिक तंगी