नई दिल्ली : दिल्ली में इन दिनों अतिथि शिक्षकों का मुद्दा गर्म है. दिल्ली की केजरीवाल सरकार अतिथि शिक्षकों को स्थायी करना चाह रही है, लेकिन सरकार का आरोप है कि इसके लिए एलजी सहमति नहीं दे रहे हैं.इस कार्य के लिए उन्होंने अपरोक्ष रूप से केंद्र को कोसा, क्योंकि दिल्ली केंद्र शासित प्रदेश है. इस बारे में सीएम अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि टीचरों को स्थायी करने वाली फाइलों को उनसे ऐसे छिपाया जा रहा है, जैसे वो आतंकी हों. सीएम ने कहा कि उन्हें दिल्ली की जनता ने चुना है. अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि हम अतिथि को स्थायी करना चाहते हैं. इस काम में उपराज्यपाल को अडंगा नहीं लगाना चाहिए.उन्होंने यह भी कहा कि अगर एलजी इस पर अपनी अनुमति देते हैं, तो वो कह रहे हैं कि सब शिक्षक भाजपा को ही वोट दे दें. उल्लेखनीय है कि दिल्ली सरकार ने पिछले हफ्ते 15 हजार अतिथि शिक्षकों को स्थायी करने की घोषणा की थी और इसी को लेकर दिल्ली कैबिनेट ने बिल तैयार किया था. इस बिल को पास कराने के लिए कल बुधवार को दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया था. यह मामला अभी अधर में है. यह भी देखें दिल्ली में किराएदार लगवा सकेंगे बिजली के प्रीपेड मीटर अरविन्द-हासन की मुलाक़ात लाएगी नया रंग