तिरुवनंतपुरम: केरल में निजी बस ऑपरेटरों ने 31 अक्टूबर को सांकेतिक हड़ताल करने का फैसला किया है। इस दिन सभी निजी बसों की सेवा बंद रहेगी। यदि सरकार का जवाब अनुकूल नहीं रहा तो निजी बस मालिक 21 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर सकते हैं। तिरुवनंतपुरम में केरल निजी बस मालिकों की संयुक्त समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। बस मालिकों की मांग:- प्राइवेट बस मालिकों ने सरकार से स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए टिकट दरें बढ़ाने की मांग की थी। उन्होंने सरकार से मई 2022 में इसे लागू करने की मांग की थी, जब संशोधित टिकट शुल्क लागू हुआ था। यह मांग रामचन्द्रन आयोग की रिपोर्ट को ध्यान में रखकर उठाई गई थी। हालाँकि, सरकार ने उनकी मांग मानने के बजाय योजना बोर्ड के सदस्य के रविरमन की अध्यक्षता में एक और आयोग का गठन किया। एक साल बाद भी आयोग ने रिपोर्ट नहीं सौंपी है। वित्तीय बोझ:- सीट बेल्ट और CCTV कैमरे अनिवार्य करने के सरकार के फैसले को निजी बस मालिक उन पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ के रूप में देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार उन पर एकतरफा फैसले नहीं थोप सकती। परिवहन मंत्री एंटनी राजू ने हाल ही में बसों में सीसीटीवी और सीट बेल्ट लगाने की समय सीमा 31 अक्टूबर घोषित की है। सरकार ने हाल ही में 'सीमित स्टॉप' बसों को साधारण में बदलने का फैसला किया है। 140 किमी से अधिक चलने वाली बसों को परमिट देना बंद करने का भी निर्णय लिया गया है। निजी बस ऑपरेटरों की संयुक्त समिति ने परिवहन मंत्री से 31 अक्टूबर की सांकेतिक हड़ताल से पहले निर्णय लेने को कहा है। 2028 तक वैश्विक विकास में 18% हो जाएगा भारत का योगदान, IMF ने जताया अनुमान दलित और OBC समुदाय के लिए कैसे 'वरदान' साबित हुई पीएम स्वनिधि योजना ? SBI ने अपनी रिपोर्ट में दिए तथ्य और आंकड़े कमलनाथ ने छिंदवाड़ा से भरा अपना नामांकन, बोले- 'प्रदेश में भ्रष्टाचार बेरोजगारी से जनता त्रस्त है'