तिरुवनंतपुरमः केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के पूर्व प्रधान सचिव एम शिवशंकर को डॉलर तस्करी के मामले में आर्थिक अपराध विशेष अदालत एर्नाकुलम से जमानत मिल गई। उसे पहले भी सोने की तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में जमानत मिल चुकी है। यह तीसरा मामला है जिसमें उस पर यूएई में डॉलर की तस्करी का आरोप लगाया गया था। सीमा शुल्क की दलीलों का उनकी कानूनी टीम द्वारा मुकाबला किए जाने के बाद अदालत ने उन्हें जमानत दे दी। शिवशंकर 98 दिन की क़ैद के बाद बुधवार को एर्नाकुलम के कक्कड़ उप जेल से बाहर आएंगे। उन्हें 2 लाख रुपये का मुचलका और इतनी ही राशि की दो व्यक्तिगत प्रतिभूतियां प्रस्तुत करने के बाद जमानत दी गई थी। उसे सभी सोमवार को भी जांच अधिकारी के समक्ष पेश होना होगा। शिवशंकर मुख्यमंत्री कार्यालय में एक शक्तिशाली नौकरशाह थे। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और माकपा पहले ही नौकरशाह से दूरी बना चुके हैं। पहला आरोपी स्वप्ना प्रभा सुरेश और दूसरा आरोपी पी.एस. सारथ विदेशी मुद्रा संरक्षण और तस्करी रोकथाम अधिनियम (COFEPOSA) मामले के तहत आरोपी होने के बाद भी जेल में हैं। हालांकि राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के लिए गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था और शिवशंकर से कई बार पूछताछ की थी लेकिन उस पर इस अधिनियम के तहत आरोप नहीं लगाए थे। शिवशंकर की जमानत मिलने से आने वाले विधानसभा चुनाव में एलडीएफ को कुछ राहत मिलेगी और मोर्चा बरसाना अभियान चलाएगा कि सोने की तस्करी का मामला तमाशा था। 'नेताओं और पत्रकारों पर FIR दर्ज करना दुर्भाग्यपूर्ण...' राज्यसभा में बोले दिग्विजय सिंह BJD सांसद ने संसद में महिला आरक्षण विधेयक पारित करने की उठाई मांग संजय सिंह सहित आप के 3 सांसद निष्काषित, राज्यसभा स्पीकर की चेतावनी के बावजूद कर रहे थे नारेबाजी