भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष के. सुरेंद्रन गुरुवार को कासरगोड जिला अपराध शाखा के समक्ष पेश हुए, जब उन्हें मंजेश्वरम चुनाव रिश्वत मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया था। क्राइम ब्रांच इससे पहले केरल बीजेपी अध्यक्ष के सुरेंद्रन को मंजेश्वरम रिश्वत मामले में नोटिस जारी कर चुकी है। रिपोर्टों के अनुसार, सुरेंद्रन पर हाल ही में हुए केरल विधानसभा चुनावों के दौरान मंजेश्वरम सीट से अपनी उम्मीदवारी वापस लेने के लिए बसपा उम्मीदवार के सुंदरा को रिश्वत देने का आरोप लगाया गया है। वही यह मामला माकपा उम्मीदवार वीवी रमेश द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत पर आधारित था कि उनके नाम के बसपा उम्मीदवार के सुंदरा को केरल विधानसभा चुनाव में मंजेश्वरम से उनकी उम्मीदवारी वापस लेने की धमकी दी गई थी। सुंदरा ने पुलिस को दिए अपने बयान में आरोप लगाया था कि उन्हें नामांकन वापस लेने के लिए मैंगलोर में 15 लाख रुपये और वाइन पार्लर का वादा किया गया था। हालांकि, उन्होंने कहा कि उन्होंने 2.5 लाख रुपये और एक मोबाइल फोन दिया है, जिसे बाद में जांच दल ने जब्त कर लिया। केरल के कासरगोड जिले के मंजेश्वरम से बसपा उम्मीदवार के सुंदरा ने अपना नामांकन वापस ले लिया और भाजपा में शामिल हो गए। इससे पहले जून में, केरल की एक अदालत ने वायनाड पुलिस को राज्य भाजपा प्रमुख के सुरेंद्रन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की अनुमति दी थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उन्होंने हालिया विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए लोगों को रिश्वत दी थी। मुस्लिम स्टूडेंट्स फेडरेशन (एमएसएफ) के नेता पीके नवास ने अदालत में याचिका दायर कर कथित ऑडियो क्लिप के आधार पर के सुरेंद्रन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की अनुमति मांगी थी। गुजरात के नए कैबिनेट का हुआ गठन, हाथों में 'गीता' लेकर 24 मंत्रियों ने ली शपथ 'दुनिया का सबसे 'सभ्य' 'सहिष्णु' समुदाय है हिंदू': जावेद अख्तर 76.57 करोड़ के आंकड़े को पार कर गया भारत का कोरोना टीकाकरण