देश में अभी सियासी हलचल काफी बढ़ गई है वही कांग्रेस नेता राहुल गांधी के विरुद्ध लैंगिक टिप्पणी करने के केस में चौतरफा आलोचनाओं से घिरे पूर्व सांसद जॉयस जॉर्ज ने अपनी टिप्पणी वापस ले ली तथा सार्वजनिक तौर पर इसके लिए खेद जाहिर किया। कांग्रेस ने उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी जबकि सत्तारूढ़ माकपा ने भी इस पूरे बयान से किनारा कर लिया था। जॉर्ज ने कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) पर, विशेष रूप से राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा था, ‘‘राहुल गांधी सिर्फ महिला कॉलेजों का ही दौरा करेंगे तथा पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष का सामना करने के चलते लड़कियों को ‘सतर्क’ रहना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी कुवांरे तथा दिक्कतें पैदा करने वाले हैं…ऐसे में लड़कियों को उनसे सतर्क रहना चाहिए…उनके सामने नहीं झुकें।’’ कोच्चि स्थित प्रतिष्ठित सेंट टेरेसा कॉलेज में एक विद्यार्थी के अनुरोध पर गांधी ने अकिडो सिखाया था। पूर्व सांसद की टिप्पणी उसके पश्चात् आई है। उल्लेखनीय है कि राहुल चुनाव प्रचार करने के लिए प्रदेश के दौरे पर आए थे तथा इसी प्रक्रिया में वह महिला कॉलेज विद्यार्थियों से संवाद करने गए थे। वही अब जॉयस जॉर्ज ने कहा, ‘‘मैं बिना शर्त उस अनुचित टिप्पणी को वापस लेता हूं जो मैंने इरात्तयार में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए की थी।’’ टेलीविज़न चैनलों ने जॉर्ज द्वारा इरात्तयार में दिए भाषण के फुटेज का प्रसारण आरम्भ किया जिसके पश्चात् विभिन्न धड़ों ने विशेष रूप से कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चे (यूडीएफ) ने तीखी आलोचना की तथा इसे ‘महिला विरोधी’ करार दिया। माकपा को एहसास था कि यह आपत्तिजनक टिप्पणी विपक्ष को हथियार प्रदान करा देगी, इसलिए पार्टी ने जॉर्ज के बयान को खारिज करने में देरी नहीं की। भाजपा विश्व की सबसे धनी पार्टी, चुनावी बॉन्ड के जरिए कमा रही पैसे- अशोक गहलोत बंगाल चुनाव: अशोक डिंडा को Y+ सिक्योरिटी, प्रचार के दौरान हुआ था हमला अमित शाह इस दिन करेंगे पुडुचेरी में रोड शो