एक और केरल-स्टोरी..! दो हिन्दू बच्चियों ने की ख़ुदकुशी, कॉपी में लिखा 'कलमा' और फिर...

जयपुर: राजस्थान के गोगुंदा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जसवंतगढ़ गांव में हुई दो चचेरी बहनों की ख़ुदकुशी का मामला अब एक साजिश की तरफ इशारा कर रहा है। यह घटना ‘द केरला स्टोरी’ जैसी कहानी को एक बार फिर जीवित कर देती है। रिपोर्ट के अनुसार, दोनों लड़कियों का ब्रेनवॉश किया गया और उन्हें ख़ुदकुशी के लिए मजबूर किया गया। पुलिस ने इस मामले में उत्तर प्रदेश के हापुड़ के रहने वाले शाहवाज को अरेस्ट किया है। मृतक लड़कियों के परिजनों ने इस साजिश के पीछे छिपे रैकेट का भंडाफोड़ करने के लिए CBI जांच की मांग की है।

 

रिपोर्ट के अनुसार, जसवंतगढ़ ग्राम पंचायत के गहलोत का गुड़ा में 10 नवंबर को 11वीं कक्षा की दो छात्राओं, रवीना और भावना, ने सलफॉस की गोलियां खाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। दोनों की लाश एक खेत में पाई गई। इस दौरान दोनों ने एक जैसे काले रंग के सलवार सूट पहन रखे थे। परिजनों ने जब अपनी बच्चियों के मोबाइल फोन और किताबें खंगालीं तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। दरअसल, मृत हिन्दू लड़कियों की कॉपियों और किताबों में कुरान की आयतें और कलमे लिखे हुए थे, जो उन्होंने खुद लिखे थे।  पता चला कि वे उर्दू सीख रही थीं। इसके साथ ही दोनों बच्चियों ने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर अपने नाम बदलकर मुस्लिम नाम, मुस्कान और अनीसा रख लिए थे। 

रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के शहवाज नामक शख्स से उनका संपर्क था, जिसके बैंक अकाउंट में लड़कियों द्वारा पैसे ट्रांसफर किए गए थे। मृतक रवीना और भावना के पिता, भंवर भारती और पूनम भारती, ने पुलिस को मोबाइल फोन और संदिग्ध किताबें सौंपते हुए दावा किया है कि यह ख़ुदकुशी का सामान्य मामला नहीं है। उनके मुताबिक, यह एक बड़े रैकेट का हिस्सा हो सकता है, जिसमें लड़कियों को फंसाकर मजहब के नाम पर उनका ब्रेनवॉश किया जाता है।

पीड़ित पिता ने यह भी बताया कि उनके घर से कुल 32,000 रूपए चोरी गए थे, जो लड़कियों ने शाहवाज के खाते में भेजे थे। अगर आरोपी वक़्त रहते पकड़ लिया गया होता, तो शायद यह दुखद घटना नहीं होती। पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद शाहवाज को अरेस्ट कर लिया और उसके खिलाफ केस दर्ज किया है। इसके साथ ही मृत लड़कियों के सहपाठी और एक स्थानीय युवक पर भी छानबीन शुरू कर दी गई है। पुलिस के अनुसार, कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स (CDR) से पता चला है कि लड़कियों और आरोपी के बीच तक़रीबन 3,000 बार बातचीत हुई।

परिवार वालों ने साफ़ तौर पर कहा है कि यह ब्लैकमेलिंग और ब्रेनवॉशिंग का संगठित केस है, जिसमें एक बड़े रैकेट के शामिल होने का अनुमान है। अधिवक्ता कमलेश शर्मा ने CBI जांच की मांग करते हुए कहा कि स्थानीय पड़ताल से इस साजिश का पूरी तरह खुलासा संभव नहीं है। इस घटना के विरोध में जसवंतगढ़ में बाजार बंद रहा। स्थानीय लोगों ने आरोपियों के लिए फांसी की मांग की है। प्रशासन भी अलर्ट हो गया है और क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। पुलिस ने सभी एंगल से मामले की छानबीन शुरू कर दी है। परिजनों और स्थानीय जनता की मांग है कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाए और लड़कियों को इंसाफ दिलाने के लिए कठोर कदम उठाए जाएं।

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