कोच्ची: केरल में एक IAS अधिकारी की नियुक्ति के विरोध में हजारों मुस्लिमों ने मार्च निकालते हुए उनकी नियुक्ति निरस्त करने की माँग की। यह मार्च सुन्नी समूह से संबंधित कई मुस्लिम संगठनों ने निकाला। दरअसल, ये लोग केएम बशीर नामक एक पत्रकार की मौत के आरोपित श्रीराम वेंकटरमण की अलाप्पुझा जिला कलेक्टर के रूप में नियुक्ति का विरोध कर रहे थे। इसी के चलते इन मुस्लिमों ने शनिवार, (30 जुलाई) को तिरुवनंतपुरम में राज्य सचिवालय और सभी जिला कलेक्ट्रेट के सामने विरोध मार्च निकाला। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस प्रदर्शन में सुन्नी युवजन संघम और सुन्नी स्टूडेंट्स फेडरेशन ने केरल मुस्लिम जमात द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। उन्होंने माँग की है कि श्रीराम की नियुक्ति कैंसिल की जाए। वहीं, कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि मुस्लिम संगठन, ब्राह्मण अधिकारी के नियुक्ति का विरोध कर रहे हैं। वीडियो में मुस्लिमों की एक बड़ी भीड़ नारे लगाती और प्रदर्शन करती नज़र आ रही है। इस मामले में जहाँ मुस्लिम संगठन CPM के नेतृत्व वाली पिनाराई विजयन सरकार के फैसले का विरोध कर रहे हैं। वहीं CM पिनाराई विजयन ने IAS ऑफिसर की नियुक्ति का बचाव करते हुए इसे जायज़ ठहराया है। वहीं, महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल समेत कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेताओं ने भी श्रीराम वेंकटरमन को अलाप्पुझा जिला कलेक्टर नियुक्त करने के केरल सरकार के फैसले की निंदा की है और मुस्लिम संगठनों का समर्थन किया है। अलाप्पुझा की जिला कांग्रेस कमिटी ने भी सोमवार 25 जुलाई को जिला कलेक्ट्रेट में विरोध प्रदर्शन किया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कलेक्टर को लोगों के साथ खड़ा होना चाहिए और यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि गंभीर आरोपों का सामना कर रहे वेंकटरमण जैसे शख्स को इस पद पर नियुक्त किया गया। उन्होंने कहा कि, 'सरकार को एक ऐसे व्यक्ति की नियुक्ति करनी चाहिए थी, जो अलाप्पुझा में गरीब लोगों की परेशानियों को समझ सके।' उन्होंने कहा कि एक हादसे में एक निर्दोष व्यक्ति की मौत के आरोपित शख्स को यह पद दिया गया है। 20 राज्यों के शहीदों के परिवारों को सम्मानित करेगी गोवा सरकार झरखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की तबियत बिगड़ी, अस्पताल में हुए भर्ती तेलंगाना: सड़क हादसे में कांग्रेस नेता फिरोज खान की 25 वर्षीय बेटी की मौत