मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित बालिका गृह में हुए दुष्कर्म मामले में एक नई बात सामने आई है, दुष्कर्म मामलों के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के काले कारनामों में साथ देने वाली मधु कुमारी फरार बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि मधु कुमारी ही ब्रजेश ठाकुर के संगठनों को चलने का काम करती थी, पुलिस को शक है कि दुष्कर्म मामलों में मधु का बड़ा हाथ है. ये वही मधु कुमारी है. जिसे पुरस्कार देने की सिफारिश जिला न्यायाधीश अनुपम कुमार ने की थी. बालिका गृह रेप कांड को लेकर एक और बड़ा खुलासा मधु वर्ष 2001 में ब्रजेश के संपर्क में आई थी, उस समय आइपीएस अधिकारी दीपिका सूरी ने मुजफ्फरपुर के रेडलाइट एरिया चतुर्भुज स्थान इलाके में चल रहे देह व्यापार को ‘ऑपरेशन उजाला’ चलाकर खत्म कर दिया था. इस अभियान में कई लड़कियों को मुक्त किया गया था. इसके बाद जब दीपक सूरी ने मोहल्ला सुधार समिति बनाई, तो ब्रजेश ठाकुर और मधु समेत 12 लोग इसके सदस्य बने थे. अल्पावास गृह: यौन शोषण के मामले में तेजस्वी ने सरकार को घेरा उसके बाद ब्रजेश ठाकुर ने वहां के समुदाय आधारित संगठन वामा शक्ति वाहिनी का गठन कर उसकी कमान मधु को दे दी, धीरे-धीरे मधु की बहनें माला, कल्लो बेगम आदि भी संगठन में शामिल हो गई. इसके बाद वहां बालिका सुधार गृह खोला गया, जिसके बाद से वहां लड़कियों का आना शुरू हो गया. स्थानीय लोगों के अनुसार रात के सन्नाटे में कई लड़कियां, बड़ी-बड़ी गाड़ियों में बैठकर जाती थी और ये सब मधु की देखरेख में होता था . खबरें और भी:- मुजफ्फरपुर रेप केस : सुप्रीम कोर्ट की मीडिया को फटकार, केंद्र और राज्य सरकार को थमाया नोटिस रेप कांड के विरोध में आज बिहार बंद मुजफ्फरपुर मामला : ब्रजेश ठाकुर के एक और शेल्टर होम से गायब हुईं 11 महिलाएं, केस दर्ज